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इंदौर : यूट्यूब से सीखे ठगी के तरीके, नौकरी के नाम पर स्टूडेंट्स को बनाया शिकार, क्राइम ब्रांच ने दबोचा

इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है जो बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर उनके बैंक खातों से पैसे उड़ा रहा था। हैरानी की बात यह है कि आरोपी ने ठगी के ये सभी तरीके यूट्यूब से सीखे थे। आरोपी सिर्फ स्टूडेंट्स को ही निशाना बनाता था।

नौकरी के नाम पर ठगी, यूट्यूब बना हथियार

दरअसल, ठगी के बदलते तरीकों ने पुलिस के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है। ताज़ा मामला इंदौर से सामने आया है, जहां देवास निवासी शुभम लौवंशी नामक युवक को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपी पर आरोप है कि वह बेरोजगार छात्रों को नौकरी का झांसा देकर उनके बैंक अकाउंट से पैसे उड़ा लेता था।

एक रुपए ट्रांजेक्शन से करता था अकाउंट की जांच

डीसीपी क्राइम राजेश त्रिपाठी के अनुसार, शुभम पहले छात्रों से संपर्क कर उन्हें छोटी-मोटी नौकरी जैसे सिक्योरिटी गार्ड, माली आदि की पेशकश करता था। वह छात्रों को पहले एक रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहता, जिससे उसे यह जानकारी मिल जाती थी कि उनके अकाउंट में पैसे हैं या नहीं।

वीडियो रिकॉर्ड कर हासिल करता था पिन कोड

पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि शुभम ट्रांजेक्शन के दौरान वीडियो बनाता था, जिससे उसे पिन कोड का पता चल जाता था। इसके बाद वह छात्रों से फॉर्म भरवाने के बहाने उनका मोबाइल लेता और उसी मोबाइल से बड़ी रकम अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेता।

यूट्यूब से सीखे तरीके, 250 लोगों का बनाया ग्रुप

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने यह तरीका यूट्यूब पर वीडियो देखकर सीखा था। आरोपी ने 250 लोगों का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बना रखा था, जहां वह नौकरी की झूठी पोस्ट डालता था और इच्छुक लोगों से संपर्क करता था।

कम पढ़े-लिखे युवाओं को बनाता था निशाना

शुभम का टारगेट ऐसे छात्र होते थे जो ज्यादा पढ़े-लिखे न हों, ताकि वे आसानी से उसकी बातों में आ जाएं और ठगी की वारदात को समझ न सकें।

आरोपी शुभम लौवंशी बेहद शातिर है और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर नए तरीके से लोगों को धोखा दे रहा था। हमने उसके पास से कई मोबाइल और व्हाट्सएप चैट्स भी बरामद की हैं, जिनसे यह साफ होता है कि उसने कई युवाओं को अपना शिकार बनाया है। फिलहाल, उससे और पूछताछ की जा रही है।

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