जबलपुरमध्य प्रदेश

जनपद पंचायत के रिटायर्ड सीईओ के पास आय से 716% अधिक संपत्ति मिली, गुरुवार को तिलहरी स्थित फ्लैट और मंडला में एकसाथ रेड

जबलपुर. आय से अधिक संपत्ति मामले में मंडला में प्रभारी जनपद पंचायत से रिटायर्ड सीईओ नागेंद्र यादव बुरे फंसे हैं। गुरुवार को आर्थिक अपराध ब्यूरो (EOW) ने यादव के तिलहरी स्थित फ्लैट और मंडला में सुबह 4 बजे एक साथ रेड मारी। जांच में रिटायर्ड सीईओ के पास आय से 716 प्रतिशत ज्यादा संपत्ति मिलने की बात सामने आई है।

4 चार मकान और इतनी संपत्ति आई सामने

ईओडब्ल्यू की प्रारंभिक जांच में नागेंद्र यादव की 85 लाख रुपए की अतिरिक्त आय मिली है। जबलपुर, मंडला और भोपाल में चार मकान और एक कमर्शियल प्रॉपर्टी भी मिली है। इसके साथ-साथ आधा किलो सोना और लग्जरी एसयूवी भी मिली है।

वॉरेंट देखते हुए आरोपी नागेंद्र यादव (दाएं)।

11 साल से चल रही थी जांच

11 साल पहले 2010 में आरोपी नागेंद्र यादव के खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत हुई थी थी। ईओडब्ल्यू एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि 11 साल से मामले में जांच चल रही थी। जब उनके संज्ञान में ये मामला सामने आया तो उन्होंने हेडक्वार्टर से कार्रवाई की अनुमति ली।

ये भी पढ़ें : देर रात बोरे में भरकर ले जा रहे थे इतनी शराब पर पुलिस से बच नहीं पाए

मंडला के इस विभाग में थी पोस्टिंग

ईओडब्ल्यू के मुताबिक नागेंद्र आदिम जाति कल्याण विभाग मंडला में मंडल संयोजक के पद पर पदस्थ रहे। 2005 में वे जनपद पंचायत घुघरी मंडला, घंसौर सिवनी और शहडोल में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर कार्य करते हुए रिटायर हुए। ईओडब्ल्यू के मुताबिक उनपर शक की सुई तब गई जब उन्होंने 2005 के बाद से ज्यादातर प्रॉर्पटी खरीदीं।

ये भी पढ़ें : EOW ने जबलपुर-कटनी में सहारा इंडिया की तीन ब्रांच से जब्त किए निवेशकों के दस्तावेज

बंगला किराए पर दिया, खुद सस्ता घर लिया

प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरोपी ने जबलपुर के तिलहरी में एक बंगला बनाया था, लेकिन इसे किराए पर देकर खुद एक सस्ते फ्लैट में किराए पर रह रहा था। ईओडब्ल्यू के मुताबिक आरोपी ने वेतन से 11 लाख 91 हजार रुपए बचत किए जबकि खर्च 97 लाख रुपए से भी ज्यादा किए। जांच में कई और खुलासे हो सकते हैं।

जबलपुर संभाग की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें…

संबंधित खबरें...

Back to top button