
मप्र के उमरिया जिले के बड़छड़ गांव में गुरुवार को बोरवेल में गिरे 4 साल के बच्चे गौरव की मौत हो गई। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 200 फीट बोर में करीब 30 फीट में गौरव फंसा था। रेस्क्यू के बाद बच्चे को कटनी जिले के बरही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। गुरुवार को गौरव खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गया था।
टनल बनाकर मासूम को निकाला
बड़छड़ गांव में बोरवेल में गिरे 4 साल के मासूम गौरव को बचाने एनडीआरएफ ने 18 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन किया। टीम के कड़ी मशक्कत के बाद 25 फरवरी की सुबह 4 बजे रेस्क्यू टीम को सफलता मिली। टीम ने बोरवेल के सामने 30 फीट का जेसीबी से गड्ढा बनाने के बाद टनल बनाकर मासूम को निकाला। जिसके बाद गौरव को लाइफ सपोर्ट सिस्टम के माध्यम से नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरही ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
7 से 8 घंटे पहले हो चुकी थी मौत
कटनी जिले के बरही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने बताया कि बच्चे की मौत का कारण पानी में डूबना और सांस न ले पाना बताया है। डॉक्टर के अनुसार अस्पताल लाने के 7 से 8 घंटे पहले ही बच्चे की मौत हो चुकी थी।
मौके पर मौजूद रहे ये अधिकारी
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन दिनेश चंद्र सागर, कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और एसपी प्रमोद सिन्हा के साथ स्वास्थ्य जिला व पुलिस प्रशासन की मौके पर डटी रही। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सैकड़ों की संख्या ग्रामीण मौजूद रहे।
खेलते-खेलते बोरवेल गिरा था
24 फरवरी को 4 साल का गौरव दुबे पिता संतोष दुबे अपनी मां के साथ खेत में गया था। खेलते-खेलते वह खेत में खुले पड़े 30 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया। बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना के बाद पूरा गांव मौके पर पहुंच गया। मासूम को बचाने रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। लेकिन जिंदगी की जान हार चुका था गौरव।