भारत ने मंगलवार को ओडिशा के तट से दूर वर्टिकली लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (VL-SRSAM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। DRDO के अधिकारियों ने बताया कि एयर डिफेंस सिस्टम लगभग 15 किमी की दूरी तक के टारगेट को आसानी से तबाह किया जा सकता है। इसे DRDO ने नौसैनिक युद्धपोतों के लिए विकसित किया जा रहा है।
The Defence Research and Development Organisation (DRDO) officials said that India has successfully test-fired the Vertically Launched Short Range Surface to Air Missile (VL-SRSAM) from off the coast of Odisha. pic.twitter.com/4Sjpv3XyiM
— ANI (@ANI) December 7, 2021
दुश्मन को मार गिराने में सक्षम
जानकारी के मुताबिक, 360 डिग्री के टारगेट से किसी भी दिशा से आ रहे ड्रोन, मिसाइल या फाइटर जेट को शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल मार गिरा सकती है। इससे न केवल भारतीय नौसेना बल्कि वायुसेना को भी मजबूती मिलेगी। इससे पहले DRDO ने रडार वार्निंग रिसीवर (RWR) और मिसाइल अप्रोच वॉर्निंग सिस्टम (MAWS) विकसित किया था जिसे भारतीय वायुसेना को दिया जाएगा।
Vertical Launch Short Range Surface to Air Missile for @IndianNavy was flight tested from ITR Chandipur. The missile was tested against an electronic target at a low altitude. The weapon is planned for integration onboard naval ships. pic.twitter.com/vYGTMjXQNw
— DRDO (@DRDO_India) December 7, 2021
बता दें कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने जानकारी दी थी कि अल्ट्रा वायलेट बेस्ड मिसाइल अप्रोच वॉर्निंग सिस्टम (UVMAWS) एक पैसिव मिसाइल चेतावनी प्रणाली है। जिसका काम आने वाले मिसाइल हमलों का पता लगाना है और पायलटों को जवाबी कार्रवाई शुरू करने की चेतावनी देती है।
RM Shri @rajnathsingh has congratulated @DRDO_India , @indiannavy and the industry for the successful flight test of Vertical Launch Short Range Surface to Air Missile. He said that this system would further enhance defence capability of Indian Naval Ships against aerial threats. pic.twitter.com/chnlpP3ct7
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) December 7, 2021