Aniruddh Singh
23 Sep 2025
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार में आज के कारोबार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। शुरुआती तेजी के बाद दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी नीचे आ गए हैं। एच-1बी वीजा शुल्क में अचानक वृद्धि के बाद आईटी सेक्टर के शेयर दबाव में हैं। कुल मिलाकर, बाजार में निवेशकों के सतर्क रुख के बीच मुनाफावसूली देखने को मिल रही है। आज के कारोबार में ऑटो सेक्टर को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों में नकारात्मक रुझान देखने को मिल रहा है। आईटी, फार्मा, एफएमसीजी और रियल्टी के शेयर कमजोरी में ट्रेड करते दिखाई दिए। जबकि ऑटो सेक्टर में कुछ कंपनियों के शेयरों में 2% तक की बढ़त देखी गई। यह दिखाता है कि निवेशक केवल कुछ मजबूत सेक्टर या कंपनियों में ही भरोसा कर रहे हैं, जबकि बाकी क्षेत्रों में मुनाफा वसूली देखने को मिल रही है।
अडाणी पावर के शेयरों में मंगलवार को 6% तक की गिरावट देखने को मिली और यह दिन के निचले स्तर 160.25 रुपए पर पहुंच गए। यह गिरावट बड़ी तेजी के बाद हुई मुनाफावसूली के कारण आई। पिछले तीन दिनों में अडाणी पावर के शेयर 35% बढ़ चुके थे, जिसमें कंपनी के 1:5 स्टॉक स्प्लिट और ब्रोकरेज फर्मों की सकारात्मक रिपोर्ट का योगदान रहा। इसके अलावा, सेबी द्वारा स्टॉक में किसी भी प्रकार के हेरफेर की जांच में क्लीन चिट मिलने के बाद भी निवेशकों ने मुनाफा वसूली की। बाजार में आज केईसी इंटरनेशनल का शेयर 7% बढ़कर 927.15 रुपए पर पहुंच गया।
इसके अलावा, मारुति और टाटा स्टील में 2% तक तेजी देखने को मिली है। इन्फीबीम एवेन्यूज और अशोक लीलैंड के शेयरों में भी 2–3% तक की मजबूती रही। दूसरी ओर, अडाणी टोटल गैस और वोडाफोन आइडिया के शेयर दबाव में रहे, जिनमें क्रमशः 4.25% और 1.55% की गिरावट देखने को मिली। बाजार की सामान्य धारणा में स्पष्ट सतर्कता देखने को मिल रही है । निवेशक तेजी से प्राफिट बुक करने का प्रयास करते दिखाई दिए, जिस कारण कई क्षेत्रों में गिरावट देखने को मिली। आईटी सेक्टर पर विशेष दबाव इसलिए पड़ा क्योंकि एच-1बी वीजा पर भारी शुल्क की घोषणा से भारतीय कंपनियों के अमेरिका में प्रोजेक्ट्स पर असर पड़ने की आशंका है।