भोपाल। भोपाल में बड़े तालाब के ऊपर रोप वे और केबल कार की बड़ी संभावना है। मप्र सरकार प्रस्ताव देती है, तो उसे स्वीकृत किया जाएगा। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यह बात कही। वह मंगलवार को राजधानी के लाल परेड ग्राउंड में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण कार्यक्रम में बोल रहे थे। गडकरी और सीएम डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश की 499 किमी लंबाई की 15 नेशनल हाईवे परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनकी लागत 8,038 करोड़ है।
साल अंत तक मप्र में एनएच का नेटवर्क अमेरिका के बराबर: केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि मध्य प्रदेश में वर्ष 2024 के आखिर तक नेशनल हाइवे (एनएच) का नेटवर्क अमेरिका के बराबर हो जाएगा।
उज्जैन में शीघ्र ही रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक रोप- वे
नितिन गडकरी ने कहा कि उज्जैन में रेलवे स्टेशन से बाबा महाकाल मंदिर तक रोप-वे के संचालन का प्रकल्प महत्वपूर्ण है। आगामी महीने में 171 करोड़ रुपए के इस प्रकल्प के लिए निविदा की कार्यवाही करने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय मध्य प्रदेश में कुल 27 रोप वे बनाने की तैयारी में है।
प्रदेश की सड़कें बढ़ा रहीं देश का मान: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री प्रदेश की सड़कें देश का मान दुनिया में बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013-14 तक देश में केवल एक हजार किमी के लगभग सड़कें थी। जो 10 साल में बढ़कर 1 लाख 61 हजार किमी तक निर्मित की गई है। प्रतिदिन 11.6 किलोमीटर सड़क निर्माण की गति अब बढ़कर 29.6 किलोमीटर हो गई है।
जबलपुर में 2,367 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर में 2,367 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। गडकरी ने कहा कि जबलपुर क्षेत्र को जितनी बिजली लगती होगी उतनी मैं तैयार करके दूंगा। बायोमास को हम एनर्जी क्रॉप्स में कन्वर्ट करेंगे।
यह भी कहा केंद्रीय मंत्री ने…
- दिसंबर तक बनकर तैयार होगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस। इससे मप्र से दोनों शहरों तक 5-6 घंटे में पहुंचेंगे।
- इंदौर से ओंकारेश्वर की दूरी एक घंटे में तय हो जाएगी। वर्ष 2025 तक अनेक कार्यों की पूर्णता होगी, जिसमें इंदौर-हैदराबाद कॉरिडोर भी शामिल है।
- उज्जैन से गरोठ एक्सप्रेस- वे 27 सौ करोड़ की लागत से तैयार होगा। उज्जैन से कोटा पहुंचने में अभी 6 घंटे लगते हैं, लेकिन इसके बाद ढाई घंटे लगेंगे।
- आगरा से ग्वालियर ग्रीन फील्ड हाइवे का निर्माण। इससे ग्वालियर से दिल्ली चार घंटे में पहुंचा जा सकेगा।
- भोपाल से इकोनॉमिक कॉरिडोर बनेगा, जो कानपुर तक जाएगा। अभी कानपुर-भोपाल आने में 15 घंटे लगते हैं। बाद में 7 घंटे में पहुंचा जा सकेंगा।