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Indore : प्रिंसिपल की बेटी बोली – आरोपी ने मां को धमकी भरे मैसेज भेजे थे, पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की

इंदौर। इंदौर के बीएम फार्मेसी कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा ने की बेटी ने गुरुवार को कहा कि आरोपी ने इस वारदात से पहले उनकी मां को धमकी दी थी। उसने मैसेज के जरिये मां को धमकाया था। हमने पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया।

गौरतलब है कि 20 फरवरी को कॉलेज के एक पूर्व छात्र आशुतोष ने कॉलेज की महिला प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा (54 ) पर पेट्रोल डालकर उस वक्त आग लगा दी थी, जब वह कॉलेज परिसर स्थित आवास के पीछे बेलपत्र तोड़ रही थीं। विमुक्ता इस वक्त अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही हैं। उनकी बेटी देवांशी ने कहा कि आरोपी ने इस वारदात से पहले मां को धमकी भरे मैसेज भेजे थे। वॉट्सऐप पर मिली धमकियों की वजह से वह मानसिक रूप से बेहद परेशान थीं। इस मैसेजेस को लेकर पुलिस से शिकायत भी की गई थी, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया।

मुजरिम को कड़ी सजा मिले

प्रिंसिपल की बेटी ने कहा- पुलिस शिकायत पर वक्त रहते एक्शन ले लेती तो आज मां सही-सलामत होतीं। आज मेरी मां अस्पताल में भयंकर दर्द से गुजर रही हैं और एक बेटी के तौर पर मेरे लिए उन्हें इस हाल में देखना बेहद मुश्किल है। देवांशी ने कहा कि मैं चाहती हूं कि इस जघन्य अपराध के आरोपी को कानून के तहत सबसे कड़ी सजा मिले।

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एसपी बोले- मैसेज अभी के नहीं

एसपी ग्रामीण भगवत सिंह विरदे ने कहा कि महिला प्रिंसिपल को धमकी देने वाले मैसेज भेजने की जांच की जाएगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह मैसेज हाल में नहीं भेजे गए थे। उन्होंने कहा कि आशुतोष श्रीवास्तव ने मार्कशीट विवाद के चलते अक्टूबर में कॉलेज के एक एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विजय पटेल पर चाकू से हमला किया था। इसमें प्रोफेसर घायल हो गए थे। शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपी को तुरंत गिरफ्तार भी किया था, लेकिन वह जमानत पर छूट गया था।

मार्कशीट को लेकर है विवाद

एसपी के मुताबिक आशुतोष श्रीवास्तव ने जुलाई 2022 में बी फार्मा की परीक्षा पास कर ली थी। लेकिन, कई बार मांगे जाने के बावजूद बीएम कॉलेज ऑफ फार्मेसी प्रबंधन उसे मार्कशीट नहीं दे रहा था। उधर, कॉलज के एसोसिएट प्रोफेसर पटेल ने आरोपी के इस दावे को गलत बताया है। उनका कहना है कि हमें राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से उसकी मार्कशीट नवम्बर 2022 में मिली थी। हमने उसे और उसके पिता को कई बार मार्कशीट ले जाने के लिए फोन किया, लेकिन दोनों में नहीं आया। पटेल का कहना है कि वह पहले हुए विवाद के मामले में मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहा था।

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