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President Election 2022 : द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा में से कौन मारेगा बाजी? 15वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान आज; इस दिन आएगा रिजल्ट

देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज संसद भवन व राज्यों की विधानसभाओं में वोट डाले जाएंगे। इसमें विधायक और लोकसभा-राज्यसभा के उम्मीदवार मतदान करेंगे। इस बार जहां एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है, तो यशवंत सिन्हा विपक्ष का चेहरा हैं। वोटिंग सुबह 10 बजे से 5 बजे तक बैलेट पेपर से होगी। काउंटिंग 21 जुलाई को होगी।

किसका पलड़ा भारी?

पार्टियों के समर्थन के हिसाब से चुनाव में राजग उम्मीदवाद द्रौपदी मुर्मू की जीत और इसके साथ ही देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहली बार आदिवासी महिला की ताजपोशी तय मानी जा रही है। 27 दलों के समर्थन के साथ द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी है। वहीं महज 14 दलों का समर्थन के साथ सिन्हा को करीब 3.62 लाख वोट ही मिलने की उम्मीद है।

पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार

राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने अपनी उम्मीदवारी के लिए 24 जून को अपना नामांकन दाखिल किया था। मुर्मू भारत के इतिहास में पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं। निर्वाचित होने के बाद वह देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी।

मुर्मु के पक्ष में वोट

राजग- 535000
YSR कांग्रेस- 44000
टीडीपी- 6500
शिवसेना- 25000
जदएस- 5600
बीजद- 32000
एसबीएसपी- 1248
बसपा- 7908
झामुमो- 7380
राजाभैया- 416

यशवंत सिन्हा के साथ हैं ये दल

विपक्षी कैंडिडेट यशवंत सिन्हा का अब तक कांग्रेस, एनसीपी, टीएमसी, सपा, सीपीआई (एम), आरएलडी, आरजेडी, आरएसपी, टीआरएस, डीएमके, नेशनल कांफ्रेंस, भाकपा, केरल कांग्रेस (एम) जैसे दल समर्थन कर रहे हैं। विपक्ष के प्रत्याशी के पास अभी तक 3 लाख 89 हजार मूल्य के वोट हैं।

अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनें और मुझे वोट दें: यशवंत सिन्हा

मतदान से पहले विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने अपील करते हुए कहा कि कल राष्ट्रपति चुनाव से पहले वोट डालने जा रहे सभी सदस्यों से मेरी अपील है कि वे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनें और मुझे वोट दें। उन्होंने कहा कि इस साल राष्ट्रपति चुनाव दो व्यक्तियों के बीच नहीं, बल्कि दो विचारधाराओं के बीच का चुनाव है। केवल एक पक्ष हमारे संविधान में निहित प्रावधानों और मूल्यों की रक्षा करना चाहता है। मैं सभी सांसदों और विधायकों से इस बार संविधान और उनकी अंतरात्मा की आवाज पर वोट करने की अपील करता हूं।

24 जुलाई को खत्म हो रहा राष्ट्रपति कोविंद का कार्यकाल

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई 2022 को खत्म हो रहा है। ऐसे में नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए करीब 4800 मतदाता (सांसद और विधायक) वोट करेंगे। 21 जुलाई को वोटों की गिनती के बाद देश के नए राष्ट्रपति की घोषणा कर दी जाएगी। नए राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे। पिछली बार 17 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति चुनाव हुए थे।

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राष्ट्रपति चुनाव में वोट कौन डालता है?

राष्ट्रपति को चुनने के लिए आम लोग वोटिंग नहीं करते। इसके लिए जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि और उच्च सदन के प्रतिनिधि वोट डालते हैं। राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा के सभी सांसद और सभी राज्यों के विधायक वोट डालते हैं। इन सभी के वोट की अहमियत यानी वैल्यू अलग-अलग होती है। यहां तक कि अलग-अलग राज्य के विधायक के वोट की वैल्यू भी अलग होती है।

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