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आदिवासी महिला से रेप-मर्डर की कोशिश : गुस्साए लोगों ने धार्मिक स्थल पर किया पथराव, जलाईं दुकानें; तेलंगाना के जैनूर में कर्फ्यू, इंटरनेट बंद

हैदराबाद। तेलंगाना के जैनूर में 45 साल की आदिवासी महिला के साथ रेप और मर्डर की कोशिश के मामले को लेकर भारी बवाल हुआ। आदिवासी संगठनों ने बुधवार (4 सिंतबर) को प्रदर्शन किया, सुबह शुरू हुआ प्रदर्शन दोपहर तक दो गुटों की हिंसक झड़प में बदल गया। भीड़ ने दुकानों और घरों को आग के हवाले कर दिया। हालात को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिसबल तैनात किया गया।

धार्मिक स्थल पर पथराव और दुकानें जलाई

पुलिस के अनुसार, पीड़िता और आरोपी अलग-अलग धर्मों से ताल्लुक रखते हैं। प्रदर्शन कर रहे करीब 2 हजार आदिवासियों ने आरोपी के समुदाय से जुड़े धार्मिक स्थल पर पथराव किया। दुकानों को आग के हवाले कर दिया। जवाब में आरोपी के समुदाय के लोगों ने भी आगजनी और पथराव किया। पुलिस ने हालात काबू में करने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है। जैनूर कस्बे में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 लगा दी गई है। इसके साथ ही पुलिस जवानों की तैनाती बढ़ाई गई।

बुधवार शाम तक रैपिड एक्शन फोर्स को बुलाकर इलाके में कर्फ्यू लगाया गया। पुलिस ने देर शाम बताया कि स्थिति अब काबू में हैं, लेकिन कर्फ्यू अभी हटाया नहीं गया है।

क्या है पूरा मामला

पुलिस के मुताबिक, मामला तेलंगाना के कुमुराम भीम आसिफाबाद जिले के जैनूर का है। यहां 31 अगस्त को 45 साल की आदिवासी महिला के साथ एक ऑटो ड्राइवर ने रेप करने की कोशिश की थी। जब महिला ने शोर मचाया तो आरोपी ने उसके चेहरे और सिर पर डंडे से वार कर उसकी हत्या करने की कोशिश की। महिला के बेहोश होने पर आरोपी मौके से भाग गया। पुलिस ने महिला को तुरंत जैनूर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसे हैदराबाद रेफर किया गया।1 सितंबर को महिला के छोटे भाई ने एक शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।

2 सितंबर को महिला के होश में आने के बाद उनका स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया गया। महिला ने बताया कि वह काम से जैनूर से अपनी मां के गांव की ओर जा रही थी। उसने जैनूर से एक ऑटो लिया, जिसे शेख मुघधम चला रहा था। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। उसपर यौन उत्पीड़न, हत्या के प्रयास और SC/ST एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।

घटना पर आई प्रतिक्रिया

केंद्रीय मंत्री संजय कुमार बंडी ने कहा- “आदिवासी महिला पर इस निर्मम हमले से मैं बेहद दुखी हूं। मैंने पीड़िता के परिवार से बात कर मदद का आश्वासन दिया है। मैंने तेलंगाना डीजीपी से अपराधियों और हिंसा के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हमारी महिलाओं की सुरक्षा और समुदायों में शांति सर्वोपरि है।”

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- ‘मैंने जैनूर, आसिफाबाद जिले में सांप्रदायिक अशांति की घटनाओं के बारे में तेलंगाना के पुलिस अधिकारियों से बात की है। तेलंगाना डीजीपी ने मुझे आश्वासन दिया है कि इस पर नजर रखी जा रही है और अतिरिक्त बल भेजे जा रहे हैं और कानून को अपने हाथ में लेने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’ इसके साथ ही तेलंगाना सरकार पर संप्रदायिक तनाव को लेकर निशाना साधा।

बीजेपी विधायक राजा सिंह ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- “तेलंगाना में आदिवासी महिला के साथ दुष्कर्म और हत्या की कोशिश पर ओवैसी चुप क्यों हैं?”

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