
हेमंत नागले, इंदौर। जाको राखे साइयां मार सके न कोई, यह मुहावरा सच होता देखा गया है। इंदौर के एमवाय अस्पताल में सोमवार देर रात एक गर्भवती महिला को घायल अवस्था में इलाज के लिए लाया गया। जहां उसकी मौत हो गई, जबकि डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे को जीवित बाहर निकाला।
डॉक्टर ने समय पर बच्चे को ऑपरेशन कर बचाया
जानकारी के मुताबिक, खरगोन जिले के झरिया के रहने वाली रवीना उर्फ माला पति खुशाल कुराड़े को इलाज के लिए एमवाय अस्पताल लाया गया था। घायल महिला गर्भवती थी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि, जब रवीना का इलाज चल रहा था। उस समय ब्रेन डेड के लक्षण प्रतीत हो रहे थे। इस बीच डॉक्टरों ने बच्चे को ऑपरेशन कर निकाला और बचाया। फिलहाल बच्चे को डॉक्टर ने ऑब्जर्वेशन में रखा है।
सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई थी रवीना
रवीना और खुशाल की करीब एक साल पहले शादी हुई थी। दोनों रवीना के मायके से लौट रहे थे। उसी दौरान किसी वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में रवीना गंभीर रूप से घायल हो गई। गंभीर अवस्था में उसे इंदौर एमवाय अस्पताल रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई, लेकिन बच्चे को सकुशल बचा लिया गया।
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