vikrant gupta
8 Oct 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही कांग्रेस विधायकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। विपक्ष ने पेसा कानून को सही ढंग से लागू न किए जाने और आदिवासियों को वन क्षेत्र से बेदखल किए जाने के मुद्दे पर सरकार को घेरा।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार पर आदिवासी विरोधी नीति अपनाने का आरोप लगाया। वहीं पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने विपक्ष पर तीखा पलटवार किया।
कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा भवन के बाहर पेसा (PESA) कानून को प्रभावी ढंग से लागू न किए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार आदिवासियों को उनके पारंपरिक अधिकारों से वंचित कर रही है और वन विभाग उन्हें वन क्षेत्र से जबरन बेदखल कर रहा है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, “यह सरकार आदिवासियों को प्रताड़ित कर रही है। पेसा कानून का जमीनी स्तर पर कोई प्रभावी क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। यह कानून केवल कागजों में सिमट कर रह गया है।”
कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना ने कहा कि कांग्रेस का सरकार पर आरोप निराधार है। भाजपा शासन में कोई भी किसान परेशान नहीं है। सबको उचित लाभ दिए जा रहे हैं। अतिवृष्टि के कारण जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं, उसे लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जांच के आदेश दिए हैं, जिसके बाद किसानों के हित में उचित कदम उठाए जाएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “प्रदेश में केवल घोषणाएं और आश्वासन दिए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। पूरे प्रदेश में आदिवासी समुदाय का शोषण हो रहा है। सरकार को केवल दिखावे की चिंता है, असल समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।”
भाजपा विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि अगर आदिवासियों के साथ कुछ भी गलत हो रहा है तो मुख्यमंत्री जरूर चिंतित होंगे और उचित कार्यवाही करेंगे। यह सिर्फ कांग्रेस की नहीं, हम सबकी चिंता का विषय है। सरकार आदिवासियों के हित में ठोस कदम उठा रही है।
सरकारी पक्ष से जवाब में बीजेपी विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा, “हमारी सरकार आदिवासी हितों के लिए काम करने वाली सरकार है। कांग्रेस केवल पाखंड करती है और भ्रम फैलाती है। पेसा कानून को लेकर हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं।”
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने विपक्षी आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुझे लगता है कि जिन्होंने जीवन में कुछ नहीं किया उन्हें मूल्यांकन का भी अधिकार नहीं है। पेसा कानून को लेकर जिस ढंग से काम हुआ है, वह बेहतरीन है। विपक्ष बिना आधार के आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रहा है।”