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अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में विस्फोट, 4 महिलाओं समेत 7 की मौत; जानें कहां लगाया था बम

पश्चिमी अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में एक मिनी वैन में हुए बम विस्फोट में 7 लोग मौत हो गई। वहीं, 9 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। अभी तक इस विस्फोट के पीछे का मकसद पता नहीं चल सका है। फिलहाल किसी भी आतंकी ग्रुप ने धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है।

तीन लोगों की हालत गंभीर

मरने वालों में 4 महिलाएं भी शामिल हैं। धमाका हेरात प्रांत की राजधानी में हुआ। हेरात में हुए धमाके के मामले में स्थानीय तालिबान अधिकारी नईमुलहक हक्कानी ने कहा कि मामले की जांच जारी है। वहीं हादसे में घायल लोगों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है।

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कहां लगाया गया था बम

पश्चिमी हेरात में तालिबानी खुफिया एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि बम वैन के फ्यूल टैंक पर लगाया गया था। शनिवार को हेरात में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पहली बार बम धमाका हुआ। हेरात देश का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। यह अफगानिस्तान- ईरान सीमा के करीब है। इस शहर को अफगानिस्तान के दूसरे इलाकों के मुकाबले काफी शांत माना जाता है।

ISIS और ISIS-K के आतंकियों पर शक

शिया हजारा समुदाय अक्सर ISIS और इस्लामिक स्टेट इन खुरासान (ISIS-K) के आतंकियों के निशाने पर रहता है। ऐसे में हेरात के जिस इलाके में विस्फोट किया गया वहां पर इस समुदाय के लोग ज्यादा तादाद में रहते हैं। इस वजह से अनुमान लगाया जा रहा है कि इस हमले के पीछे इन संगठनों का हाथ हो सकता है।

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तालिबान के कब्जे के बाद बढ़े बम धमाके

पिछले साल अगस्त में तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से पूरे देश में दर्जनों हमले हुए हैं। पिछले हफ्ते पूर्वी नंगरहार प्रांत के लालपोरा इलाके में एक गैस टैंक में विस्फोट हो गया था, जिसमें 9 बच्चों की मौत हो गई थी।

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तालिबान की सरकार को अभी तक किसी देश ने मान्यता नहीं दी है। विदेशी मदद नहीं मिलने से अफगानिस्तान की आर्थिक स्थिति गंभीर हो गई है। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि करीब 23 मिलियन अफगानी ( लगभग 55 प्रतिशत आबादी) भूख के चरम स्तर का सामना कर रहे हैं।

 

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