Aniruddh Singh
19 Oct 2025
मापुतो। मोजाम्बिक के बेइरा तट के पास एक नाव हादसे में तीन भारतीय नागरिकों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल हुआ और 5 अन्य को बचा लिया गया है। यह हादसा गुरुवार को हुआ था, जिसकी जानकारी शनिवार को मोजाम्बिक में भारतीय उच्चायोग ने दी। इस दुर्घटना में मारे गए भारतीयों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए भारतीय उच्चायोग ने कहा कि वे पीड़ित परिवारों के संपर्क में हैं और हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में लिखा, हम बेइरा बंदरगाह के पास हुई नाव दुर्घटना में जान गंवाने वाले सभी लोगों, जिनमें तीन भारतीय नागरिक भी शामिल हैं, के निधन पर हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं।
मिशन इस दु:खद हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के संपर्क में है और उन्हें हर संभव सहायता दे रहा है। घटना के बाद उच्चायोग के एक वाणिज्यिक अधिकारी ने बेइरा के अस्पताल में भर्ती घायल भारतीय नागरिक से मुलाकात की और उनके इलाज की स्थिति की जानकारी ली। बताया गया कि पाँच अन्य भारतीय नागरिकों को भी सुरक्षित बचा लिया गया है। हालांकि दुर्घटना के कारणों और नाव पर सवार कुल लोगों की संख्या के बारे में अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। भारतीय उच्चायोग की ओर से शुक्रवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह नाव एक टैंकर के क्रू सदस्यों को लेकर जा रही थी, जिनमें 14 भारतीय नागरिक भी शामिल थे।
क्रू ट्रांसफर के दौरान नाव पलट गई और यह हादसा घटित हुआ। तट रक्षक दल और स्थानीय प्रशासन ने तुरंत बचाव अभियान चलाया, जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकी। भारत और मोजाम्बिक के बीच लंबे समय से घनिष्ठ राजनयिक और आर्थिक संबंध हैं। भारतीय उच्चायोग की वेबसाइट के अनुसार, मोजाम्बिक में लगभग 20,000 नागरिक ऐसे हैं जिनकी जड़ें भारत से जुड़ी हैं। इनमें से अधिकांश गुजरात, गोवा, दमन और दीव के मूल निवासी हैं। इसके अलावा लगभग 3,000 भारतीय नागरिक वर्तमान में मोजाम्बिक में रह रहे हैं, जो भारतीय या स्थानीय कंपनियों में पेशेवर रूप से कार्यरत हैं।
भारतीय समुदाय मुख्य रूप से थोक और खुदरा व्यापार से जुड़ा हुआ है। इस हादसे ने भारत-मोजाम्बिक समुदाय को गहरे दुख में डाल दिया है। भारतीय उच्चायोग लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में है ताकि मृतकों के पार्थिव शरीर को भारत लाने और घायलों के बेहतर उपचार की व्यवस्था की जा सके। विदेश मंत्रालय भी इस घटना पर निगरानी रखे हुए है। यह दुर्घटना समुद्री सुरक्षा के महत्व की एक गंभीर याद दिलाती है। अफ्रीकी तटों पर इस प्रकार के हादसे अक्सर खराब मौसम, ओवरलोडिंग या तकनीकी खराबी के कारण होते हैं। मोजाम्बिक में भारतीय समुदाय ने भी इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया है और पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी है।