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VIDEO : दमोह पुलिस पर भड़के केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, सेवाएं लेने से इनकार, नरोत्तम मिश्रा ने कही ये बात

भोपाल/दमोह। केंद्रीय मंत्री राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने बड़ा बयान देते हुए दमोह पुलिस का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। पुलिस की सेवाएं भी लेने से इनकार कर दिया है। वें निजी सुरक्षा गार्ड के अलावा पुलिस की सुरक्षा नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि दमोह पुलिस ने उनके कार्यकर्ता पर बगैर जांच किए मुकदमा दर्ज किया है। बता दें कि दमोह पुलिस ने सेल्समैन की आत्महत्या के मामले में बीजेपी पार्षद सहित चार लोगों पर केस दर्ज किया गया है।

पुलिस ने बगैर जांच के दर्ज किया मुकदमा

सांसद प्रतिनिधि यशपाल ठाकुर पर दमोह पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामले से खफा केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने दमोह एसपी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। दरअसल, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के बंगले पर गुरुवार सुबह धर्मपुरा वार्ड के लोग पहुंचे थे, उन्होंने केंद्रीय मंत्री के समक्ष सांसद प्रतिनिधि यशपाल ठाकुर पर पुलिस प्राथमिकी दर्ज किए जाने का विरोध जताया था। असके बाद केंद्रीय मंत्री ने पुलिस एवं एसपी द्वारा तत्काल जांच किए बगैर कार्रवाई का विरोध जताया है।

क्या है मामला ?

जानकारी के अनुसार, दमोह के बजरिया वार्ड 3 में राशन दुकान में सेल्समैन विक्रम उर्फ विक्की रोहित ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसके पास से दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला था। जिसमें दमोह नगर पालिका के सांसद प्रतिनिधि यशपाल ठाकुर, भाजपा नेता मोंटी रैकवार, नर्मदा सूर्यवंशी एवं नरेंद्र परिहार पर प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया था। सुसाइड नोट में केंद्रीय मंत्री पटेल के नाम का भी जिक्र था, जिसमें लिखा था कि आरोपी मंत्री का नाम लेकर उस पर दबाव बनाकर राशन दुकान छीनने का प्रयास कर रहे हैं। मृतक के परिजनों ने अस्पताल चौराहे पर प्रदर्शन किया था और पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था।

दमोह पुलिस की कोई भी सेवा नहीं लूंगा : केंद्रीय मंत्री पटेल

आत्महत्या मामले पर केंद्रीय मंत्री पटेल ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा- मैं दमोह एसपी की इस कार्रवाई के खिलाफ हूं। यशपाल ठाकुर मेरे प्रतिनिधि हैं। एक सम्मानित जनप्रतिनिधि हैं, लेकिन पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच नहीं की। इस कार्यप्रणाली के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक और दमोह पुलिस से मैं असंतुष्ट हूं। मैंने पहले भी कहा था की मृतक एवं उसके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। इस मामले की गहराई से जांच की जाए। सुसाइड नोट की हैंड राइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराई जाए, लेकिन जो लोग इस तरह के झूठे मुकदमे दर्ज कराकर अपने मंसूबे में सफल होना चाहते हैं।

उन्होंने कहा- सुसाइड नोट में तो मेरा नाम भी लिखा है, फिर तो मेरे खिलाफ भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए था। मैंने कहा था इसकी बारीकी से जांच होना चाहिए। यह जल्दबाजी में किया गया फैसला है। मैं इसका कड़ा विरोध करता हूं। मैं दमोह पुलिस की कोई भी सेवा नहीं लूंगा। आज ही, मैं उनकी सुरक्षा छोड़ रहा हूं। मेरी निजी सुरक्षा को छोड़कर, दमोह पुलिस का कोई भी जवान मेरे बंगले पर या मेरे साथ तैनात नहीं होगा।

मंत्री जी ने क्या बोला, मुझे नहीं पता : दमोह एसपी

इस मामले में दमोह एसपी राकेश कुमार सिंह ने का कहना था कि मुझे नहीं मालूम केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल जी ने क्या बयान दिया है। जब मैंने सुना ही नहीं तो मैं उस पर कैसे प्रतिक्रिया दे सकता हूं।

सीआईडी जांच के आदेश हो चुके : गृह मंत्री

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाने पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा – वह हमारी पार्टी के सम्माननीय और वरिष्ठ नेता हैं। उनकी भावनाओं का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है। दमोह का जो मामला संज्ञान में आया है, उसे हमने गंभीरता से लिया है। तत्काल ही उसकी सीआईडी जांच के आदेश हो चुके हैं। इसकी जांच होगी। इसमें जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। उनकी भावनाओं का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है।

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