
हेमंत नागले, इंदौर। होमगार्ड सैनिक के बेटे की आत्महत्या के मामले में एसआई विकास शर्मा और थाना प्रभारी दिलीप पुरी के खिलाफ अजाक थाने में प्रकरण दर्ज हो चुका है। न्यायालय के आदेश के बाद दोनों ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। लेकिन, हाई कोर्ट द्वारा अपील निरस्त करने के बाद दोनों ही पुलिसकर्मियों के खिलाफ अजाक थाने में प्रकरण दर्ज हुआ।
हाईकोर्ट ने खारिज किया आवेदन
जिला एवं सत्र न्यायाधीश के समक्ष वर्ष 2022 में एक होमगार्ड सैनिक के बेटे के आत्महत्या के मामले में SI विकास शर्मा और थाना प्रभारी दिलीप पूरी पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए विशेष न्यायाधीश ने दोनों के खिलाफ अजाक थाने में प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए थे। इस आदेश को चैलेंज करते हुए दोनों ही पुलिसकर्मी ने हाईकोर्ट में एक अपील की थी। लेकिन, हाईकोर्ट द्वारा दोनों के आवेदन को खारिज कर दिया है। अब एसआई और थाना प्रभारी पर अजाक थाने में मामला दर्ज हुआ है।
क्या है मामला ?
दरअसल, पूरा मामला फरवरी 2022 का है। जब होमगार्ड सैनिक माधुरी के बेटे आकाश ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में मृतक आकाश ने अपने व्हाट्सऐप पर मैसेज में यह लिखा था कि मैं ऐसा ही विकास शर्मा और थाना प्रभारी दिलीप पूरी की प्रताड़ना से तंग हूं और मेरी मौत के जिम्मेदार यह दोनों होंगे। जिसके बाद पूरा मामला जिला कोर्ट के समक्ष चल रहा था। वहीं दिलीप पूरी और विकास शर्मा द्वारा इस आदेश को लेकर हाईकोर्ट में अपील की गई थी। शुक्रवार देशम हाईकोर्ट ने यह अपील को निरस्त कर दिया। अब जल्द ही ऐसा ही और थाना प्रभारी के खिलाफ अजाक थाने में प्रकरण दर्ज हो सकता है।
आकाश की मोहब्बत बनी आत्महत्या की वजह
मृतक आकाश एक युवती से प्रेम करता था। आकाश और उसकी प्रेमिका रामकृष्ण स्कूल में दसवीं तक साथ में पढ़े, जिसके बाद दोनों में प्यार हो गया। 10वीं के बाद लड़की प्राइवेट पढ़ाई करने लगी। आकाश ने 12वीं के बाद महाराजा रणजीत सिंह कॉलेज में एडमिशन ले लिया। एक साल के पहले लड़की के परिवार वालों को दोनों के अफेयर की बात पता चली। आकाश के परिवार के लोग इस बात को लेकर राजी थे, लेकिन लड़की की मां को ये रिश्ता पसंद नहीं था। घटना के पहले आकाश 9 फरवरी 2022 को जब लड़की से बात कर रहा था तो यह जानकारी लड़की की मां को लगी और उन्होंने लड़की को डांटते हुए आकाश से बात करने के लिए मना किया था।
घर से गायब हुए दोनों
इसके बाद लड़की आकाश के घर आकर बैठ गई और 9 फरवरी को दोनों ही घर से साथ में निकल गए। 9 फरवरी रात 9:00 बजे तक जब दोनों घर नहीं पहुंचे तो आकाश के पिता ने आकाश को कॉल किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया यह बात लड़की के घर वालों को पता चली जिसके बाद ऐसा ही विकास शर्मा और कुछ पुलिसकर्मी आकाश के घर पहुंचे और आकाश का नंबर लेकर उससे बात करना चाहिए, लेकिन आकाश का फोन बंद था।
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एरोड्रम थाने में की थी शिकायत
विकास शर्मा 10 फरवरी को आकाश और लड़की को चंदननगर थाने लेकर आया। वहीं आकाश के भाई के मुताबिक, शिकायत एरोड्रम थाने में दर्ज थी, लेकिन चंदननगर पुलिस ने बीच में हस्तक्षेप किया। विकास आकाश पर दबाव डाल रहा था कि तुम लड़की को भूल जाओ वरना मैं तुम्हें एनडीपीएस एक्ट में फंसा दूंगा। विकास लगातार उस पर दबाव भी बना रहा था। जिसके बाद आकाश डिप्रेशन में चले गया और उसने व्हाट्सऐप पर पूरी घटना को लेकर आत्महत्या कर ली थी।