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इंदौर लोकायुक्त की कार्रवाई : 50 हजार की रिश्वत लेते दो सरकारी बाबू गिरफ्तार, घर का किराया देने के एवज में मांग रहे थे घूस

इंदौर। इंदौर लोकायुक्त ने ट्राइबल वेलफेयर डिपार्टमेंट के दो सरकारी बाबू को 50000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा है। आरोपियों ने हॉस्टल संचालन के लिए रेंट पर लिए घर का किराया देने के बदले घूस मांगी थी। टीम ने आरोपी को उस समय रंगे हाथों ट्रेप किया गया, जब वह अपने दफ्तर में रिश्वत की रकम ले रहा था।

8 साल के लिया था किराये पर घर

पुलिस ने बताया कि फरियादी बिक्रम सिंह गहलोत ने शिकायत की थी कि जनजातीय कार्य विभाग में सहायक ग्रेड के पद पर पदस्थ विजय कुमार जायसवाल और क्षेत्र संयोजक के पद पर पदस्थ उमा मर्सकोले रेंट पर दिए घर के किराये का भुगतान करने के एवज में उनसे 50000 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहे हैं। दरअसल, बिक्रम सिंह गहलोत ने 127 श्री कृष्णा एवेन्यू थर्ड फेज AB रोड इंदौर स्थित अपना घर हॉस्टल के लिए 8 साल के लिए किराये पर दिया था। जिस पर जनजातीय कार्य विभाग के जूनियर कन्या छात्रावास का संचालन किया जा रहा था। जिसे बिक्रम सिंह ने पिछले साल अप्रैल 2023 में खाली करा लिया था। लेकिन, बिक्रम सिंह को घर का 11 लाख रुपए किराया देना था। जिसके एवज में दोनों आरोपी उनसे 50000 रुपए की घूस मांग रहे थे।

जाल बिछाकर फंसाया

फरियादी बिक्रम सिंह की शिकायत पर लोकायुक्त ने आरोपी को रंगे हाथ दबोचने के लिए जाल बिछाया और बिक्रम सिंह को रिश्वत की रकम लेकर आरोपी के ऑफिस भेजा। लेकिन, इस दौरान आरोपी विजय कुमार ऑफिस में नहीं था। जब फरियादी ने उसे फोन किया तो उसने बताया कि वह अभी ऑफिस में नहीं हैं, तुम वो पैसा उमा मर्सकोले (दूसरे आरोपी) को दे दो। उमा ने बिक्रम सिंह से घूस की रकम लेकर ऑफिस की अलमारी में रख दी। जिसके बाद प्लान के मुताबिक, पास ही मौजूद लोकायुक्त की टीम ने रेड मारी और उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।

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