इंदौरमध्य प्रदेश

इंदौर बावड़ी हादसा : नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा पर किया पलटवार, सांसद, विधायक और पार्षद का मांगा इस्तीफा

इंदौर। बावड़ी हादसे के बाद से राजनीति गरमाई हुई है। एक तरफ जहां रविवार सुबह भाजपा सांसद शंकर लालवानी ने अपने उपर लगे सभी आरोपों को गलत बताते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा था। तो वहीं अब नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने पलटवार करते हुए कहा कि, उन्हें इस हादसे के बाद इस्तीफा दे देना चाहिए।

सांसद, विधायक और पार्षद का मांगा इस्तीफा

नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने कहा कि, बावड़ी हादसे के बाद भाजपा सांसद शंकर लालवनी, विधायक आकाश विजयवर्गीय और पार्षद मृदुल अग्रवाल को नैतिकता के नाते इस्तीफा दे देना चाहिए। इसके साथ ही शहर में मैसेज देना चाहिए कि, जो दोषी हैं उनपर कार्रवाई होगी। इतनी बड़ी घटना के बाद भी 1 अप्रैल को सांसद स्वयं मोदी के साथ फोटो खिंचवाते हुए स्टेज पर दिखाई दिए थे। यह शर्म की बात है।

कांग्रेस पर आरोप लगाने की बात पर कहा कि, यह कोई नई बात नहीं है। 9 साल की सरकार के बाद भाजपा के पास सिर्फ कांग्रेस पर आरोप लगाने के अलावा कोई उपलब्धि नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि, 35 साल पहले स्लैब डली थी, उस समय शंकर लालवानी राजनीति में थे या नहीं यह विषय नहीं है। विषय यह है कि अगर अतिक्रमण हटता तो यह दुर्घटना नहीं होती।

लोगों की जान बचाई जा सकती थी : चिंटू चौकसे

चिंटू चौकसे ने भाजपा और नगर निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि, नगर निगम के पास पुख्ता इंतजाम नहीं थे। इसके अलावा भाजपा के पदाधिकारी कई घंटों तक वहां केवल लोगों की सहानुभूति एकत्र करने के लिए ही खड़े हुए थे। अगर वह चाहते तो जल्द रेस्क्यू करके कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी।

कमलनाथ ने अवैध निर्माण को तोड़ने का दिया अल्टीमेटम

शनिवार को इंदौर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना में हताहत परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान लोगों ने उन्हें भी अवैध निर्माण की जानकारी दी। एक महिला ने भाजपा सांसद शंकर लालवानी पर अवैध निर्माण के लिए राजनीतिक संरक्षण देने का आरोप लगाया। परिजनों से चर्चा के बाद कमलनाथ ने 7 दिन के अंदर अवैध निर्माण को तोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि 7 दिन के अंदर अवैध अतिक्रमण नहीं तोड़ा गया तो वह कोर्ट जाएंगे और पीआईएल लगाएंगे। कमलनाथ ने कहा- यह हादसा अवैध निर्माण की वजह से ही हुआ है।

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क्या इसे ही स्मार्ट सिटी कहते हैं…

मीडिया से बातचीत करते हुए कमलनाथ ने रेस्क्यू ऑपरेशन की धीमी गति पर सवाल उठाए। कहा- घटना के 12 घंटे बाद आर्मी की टीम पहुंची। तब कोई बंदोबस्त नहीं किया गया और हम इसे स्मार्ट सिटी कहते हैं। यह शर्म की बात है। बता दें कि इंदौर बावड़ी हादसे में 7 घंटे बाद NDRF और 11 घंटे बाद आर्मी पहुंची थी, जबकि महू में आर्मी की छावनी है।

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रैपिड रेस्क्यू फोर्स बनाएंगे

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने रेस्क्यू ऑपरेशन की रफ्तार पर भी सवाल उठाए। कहा- हमारी सरकार आएगी तो हर जिले में रैपिड रेस्क्यू फोर्स का गठन किया जाएगा। ऐसी घटनाओं पर यह फोर्स 15 मिनट में मौके पर पहुंचेगी। कमलनाथ ने कहा कि लोगों ने मुझे बताया कि शिवराज जी ने हमसे बात नहीं की, हमारी सुनी भी नहीं। शिवराज जी केवल इवेंट और मीडिया के सामने बातें करते हैं। मुआवजे से सब कुछ साफ करते हैं।

परिसर में कुल चार मंदिर

बताया जाता है कि जिस जगह मंदिर है, वहां पर पहले खेत था। बावड़ी से सिंचाई की जाती थी। इसके बाद यहां शिवलिंग की स्थापना कर पूजा-पाठ शुरू कर दी। धीरे-धीरे इसी परिसर में कुल चार मंदिर बन गए। यहां झूलेलाल मंदिर का निर्माण भी चल रहा है। अब इन अवैध निर्माणों को हटाने की बात कही है।

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रामनवमी पर हुआ था हादसा

रामनवमी पर स्नेह नगर के श्री बेलेश्वर महादेव मंदिर में बनी बावड़ी की छत धंसने के कारण 50 से ज्यादा लोग बावड़ी में गिर गए थे। लेकिन, इस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई थी। सेना, एनडीआरएफ और नगर निगम ने करीब 24 से 26 घंटे तक रेस्क्यू आपरेशन चलाया था। सेना को करीब 12 घंटे के बाद रेस्क्यू के लिए बुलाया गया था।

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