नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन ‘ INDIA ब्लॉक’ की दिल्ली के रामलीला मैदान में आज महारैली होने जा रही है। सुबह 11 बजे विपक्षी गुट की 27 पार्टियां रैली में शामिल होंगी। महारैली में इंडिया गठबंधन का नारा ‘तानाशाही हटाओ, लोकतंत्र बचाओ’ रहेगा। पीडीपी प्रमुख और पूर्व सीएम जम्मू-कश्मीर महबूबा मुफ्ती भी इंडिया अलायंस रैली के लिए दिल्ली पहुंचीं हैं। पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी रैली को संबोधित करेंगे। सोनिया भी रैली में शामिल हो सकती हैं।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि, यह किसी व्यक्ति विशेष की रैली नहीं है इसीलिए इसे लोकतंत्र बचाओ रैली नाम दिया गया है। इस रैली के जरिए एकजुटता और एकता का संदेश दिया जाएगा। यह किसी एक पार्टी की रैली नहीं है, इसमें करीब 27-28 पार्टियां शामिल हैं। इसमें INDIA गुट के सभी दल हिस्सा लेंगे। INDIA ब्लॉक ने मुंबई में 17 मार्च को रैली की थी और यह ऐसी दूसरी बड़ी रैली है।
कई पार्टियों के नेता होंगे शामिल
इस रैली में झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, NCP (SP) चीफ शरद पवार, RJD नेता तेजस्वी यादव, CPI (M) महासचिव सीताराम येचुरी, CPI महासचिव डी राजा, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव, DMK के तिरुचि शिवा, TMC के डेरेक ओ ब्रायन समेत कई लोग हिस्सा लेंगे।
केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद किया था ऐलान
AAP और कांग्रेस ने 24 मार्च को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस महारैली का ऐलान किया था। AAP नेता आतिशी ने कहा था कि, INDI गठबंधन की महारैली अरविंद केजरीवाल को बचाने के लिए नहीं, बल्कि लोकतंत्र को बचाने के लिए आयोजित की जा रही है। विपक्ष को एकतरफा हमलों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं, दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने कहा था कि, यह पॉलिटिकल रैली नहीं होगी। ये हिन्दुस्तान के लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई का आह्वान होगा।
रैली में उठाए जाएंगे ये मुद्दे
जानकारी के मुताबिक, रैली में विपक्षी नेता बढ़ती कीमतें, 45 साल में सबसे ऊंची बेरोजगारी दर, आर्थिक असमानता, सामाजिक ध्रुवीकरण और किसानों के खिलाफ अन्याय के मुद्दे उठाए जाएंगे। इसके अलावा केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के माध्यम से विपक्ष को निशाना बनाने के मुद्दे को भी उठाया जाएगा। जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि, विपक्षी दलों को निशाना बनाने के चलते दो मुख्यमंत्रियों और कई मंत्रियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही चुनावी बॉन्ड के माध्यम से जबरन वसूली और कांग्रेस को टैक्स आतंकवाद से निशाना बनाए जाने के मुद्दे भी उठाए जाएंगे।
21 मार्च गिरफ्तार हुए थे केजरीवाल
ईडी ने लगभग दो घंटे की पूछताछ के बाद अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को उनके आधिकारिक आवास से गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें शुक्रवार (22 मार्च) को राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया और पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने छह दिन की रिमांड दी। 28 मार्च को केजरीवाल की रिमांड अवधि खत्म हुई। राऊज एवेन्यू कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ED कस्टडी 4 दिन और बढ़ा दी और अब वे एक अप्रैल तक रिमांड पर रहेंगे। ED ने केजरीवाल की सात दिन की कस्टडी मांगी थी।
केजरीवाल ने 23 मार्च को अपनी गिरफ्तारी और राउज एवेन्यू कोर्ट के रिमांड के फैसले को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती देते हुए फौरन सुनवाई की मांग की थी। जिसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने 27 मार्च को केजरीवाल को राहत देने से इंकार कर दिया। इसके अलावा दिल्ली HC ने मुख्य याचिका के साथ-साथ याचिकाकर्ता की अंतरिम रिहाई की अर्जी पर 2 अप्रैल तक ED से जवाब मांगा है। मामले में अगली सुनवाई अब 3 अप्रैल को होगी।
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