
नई दिल्ली। साउथ दिल्ली के ग्रेटर कैलाश के एक स्कूल को मिले बम की धमकी वाले ईमेल का पुलिस ने खुलासा किया है। बम की धमकी देने वाले आरोपी की पहचान हो गई है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि, धमकी भरा यह मेल 14 साल के बच्चे ने किया था। पूछताछ में उसने ऐसा करने की वजह भी बताई। दिल्ली पुलिस अभी भी मामले में जांच कर रही है।
क्यों किया धमकी भरा मेल
पुलिस ने जांच में मेल करने वाले आरोपी के तौर पर 14 वर्षीय एक बच्चे को आइडेंटिफाई किया। इस बच्चे से गहन पूछताछ करने पर उसने कहा कि, ‘उसका स्कूल जाने का मन नहीं था, इसलिए मेल किया। उसने यह भी बताया कि मेल में दो और स्कूलों का जिक्र इसलिए किया था ताकि मेल जेनुइन लगे। फर्जी न लगे। दिल्ली पुलिस अभी भी मामले में जांच कर रही है।
मेल में लिखी थी बम रखे होने की बात
दरअसल, शुक्रवार (2 अगस्त) को दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश के समर फील्डस स्कूल को धमकी भरा मेल आया था। जिसमें स्कूल में बम रखे होने की धमकी दी गई थी। यह ईमेल रात 12.30 बजे किया गया था, लेकिन स्कूल प्रशासन ने शुक्रवार सुबह 8.30 बजे ईमेल देखा। स्कूल प्रशासन ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने स्कूल को खाली कराकर जांच शुरू कर दी। हालांकि पुलिस पहले ही इस धमकी भरे मेल को हॉक्स कह रही थी, लेकिन इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई थी।
30 अप्रैल को भी कई स्कूलों को मिली थी धमकी
इससे पहले बीते 30 अप्रैल को भी दिल्ली और नोएडा के कई स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। हालांकि, पुलिस जांच में कुछ भी नहीं मिला था। पुलिस ने बताया था कि, बम की धमकी का हॉक्स कॉल किया गया था।
दिल्ली-NCR के 100 स्कूलों को मिली थी धमकी
इससे पहले 1 मई को दिल्ली-एनसीआर के 100 स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। सभी मेल एक ही ई-मेल से भेजे गए थे, जो रूसी सर्वर से सुबह 5:36 बजे भेजे गए थे। इसे [email protected] मेल आईडी से भेजा गया था और हर मेल का कंटेंट एक ही जैसा था। ई-मेल आईडी की जांच के लिए सोशल मीडिया इंटेलिजेंस टीमों की मदद ली जा रही है। उस डिवाइस के आईपी एड्रेस का पता लगाने के लिए टीम ने रूसी कंपनी से संपर्क किया है। हालांकि, जांच के दौरान स्कूलों में विस्फोटक नहीं मिला था, कई जांच एजेंसियों ने स्कूलों की जांच थी।