
नई दिल्ली। पंजाब से किसान मंगलवार (13 फरवरी) को दिल्ली चलो मार्च के लिए निकल चुके हैं। दिल्ली के आसपास के बॉर्डर पर किसानों को रोकने के कई इंतजाम किए गए हैं। पंजाब-हरियाणा के किसानों के पथराव के बाद पुलिस भी शांत नहीं बैठी। पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे। पंजाब के एक किसान ने बताया कि वह सुई से लेकर हथौड़ा तक सब लेकर आए हैं। उनके पास पर्याप्त डीजल और पत्थर तोड़ने के औजार भी हैं। वे गांव से 6 महीने तक का राशन लेकर आए हैं। शंभू बॉर्डर के पास पंजाब की तरफ 5 हजार से ज्यादा किसान इकट्ठा हो गए हैं। पटियाला रोड पर करीब डेढ़ किलोमीटर तक ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की लाइन दिखाई दे रही है।
लाइव अपडेट्स…
बैरिकेडिंग तोड़ने के लिए किसान लाए जेसीबी
शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड हटाने की कोशिश
पंजाब के किसानों के समर्थन में उतरे तमिलनाडु के किसान
प्रदर्शनकारी पर गिरा आंसू गैस का गोला
राजस्थान के 2 जिलों में इंटरनेट बंद
किसानों के आंदोलन को देखते हुए राजस्थान में हनुमान गढ़ श्री गंगानगर और अनपूगढ में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
किसान आंदोलन के पीछे राजनीति – हरियाणा के शिक्षा मंत्री
आंसू गैस के गोले छोड़ने के बाद मची भगदड़
पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा पर किसानों को हटाने के लिए पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
दिल्ली की गाजीपुर बॉर्डर पर जाम
बैरिकेड पर किसानों ने लिखे नारे, पुलिस ने रंग पोताकर किया कवर
ट्रैक्टरों पर किसान रवाना
सरकार किसानों की मांगों को लेकर सीरियस नहीं – पंधेर
सरवण सिंह पंधेर ने दिल्ली कूच करने का ऐलान कर दिया। उन्होंने किसानों को पंजाब-हरियाणा की शंभू, खनौरी और डबवाली बॉर्डर पर सुबह इकट्ठा होने के लिए कहा है। पंधेर ने कहा कि हर मुद्दे पर चर्चा हुई। सरकार किसानों की मांगों को लेकर सीरियस नहीं है। किसान टकराव नहीं चाहते, लेकिन सरकार के मन में खोट है, सरकार टकराव चाहती है। सरकार केवल टाइम पास करना चाहती है। हमें कुछ नहीं देना चाहती। हमने उनसे MSP कानून को लेकर अनाउंसमेंट करने के लिए कहा।
आंदोलन नहीं रुकेगा – पंधेर
पंधेर ने आगे कहा- सरकार के प्रस्ताव पर विचार करेंगे, लेकिन आंदोलन कायम है। आंदोलन नहीं रुकेगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि बातचीत के जरिए सब बातों का हल निकलना चाहिए। कुछ ऐसे मामले हैं, जिन्हें सुलझाने के लिए कमेटी बनाने की जरूरत है। अभी भी हमें इसकी उम्मीद है।
इन बातों पर बनी सरकार और किसानों की सहमति
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय मंत्रियों ने कहा कि MSP कानून को लेकर एक कमेटी का गठन किया जा रहा है, लेकिन किसान नेता इसके लिए राजी नहीं है। हालांकि, मीटिंग में आंदोलन के दौरान किसानों और युवाओं पर दर्ज केसों को वापस लेने, लखीमपुर खीरी घटना के मृत किसानों के परिवारों को मुआवजे पर सहमति बनी। इसी के साथ बिजली एक्ट 2020 को रद्द करने पर भी सहमति के आसार दिखाई दे रहे हैं।
पंजाब-हरियाणा की सीमाएं सील
किसानों ने हरियाणा के शंभू बॉर्डर, खनौरी बॉर्डर और डबवाली बॉर्डर को दिल्ली में जाने के लिए चुना है। पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में हरियाणा में एंट्री करेंगे। वहीं, अंबाला, फतेहाबाद और सिरसा सहित हरियाणा के तीन जिलों में पंजाब-हरियाणा सीमाओं को सील कर दिया गया है।
किसानों को रोकने के लिए सख्त इंतजाम
किसानों को रोकने के लिए बॉर्डर पर सीमेंट की बैरिकेडिंग के साथ कंटीले तार और कीलें बिछाई गई हैं। किसान नदी के रास्ते दाखिल न हों, इसलिए शंभू बॉर्डर पर घग्गर नदी में खुदाई की गई है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित गाजीपुर बॉर्डर पर भी लोहे के बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं। धारा-144 लागू कर दी। UP को दिल्ली से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-9 की सर्विस लेन बंद कर दी है। सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर भी सीमेंट के बैरिकेड लगाए गए हैं। इसी के साथ पंजाब से आने वाले किसानों को रोकने के लिए अंबाला के शंभू बॉर्डर और फतेहाबाद में बैरिकेड्स के साथ लोहे की कीलें लगा दी गई हैं।
बॉर्डर पर 70 हजार जवान तैनात
केंद्र की तरफ से BSF और CISF जवानों से लैस 64 कंपनियां हरियाणा भेजी गई हैं। बॉर्डर पर करीब 70 हजार जवान तैनात हैं। केंद्र सरकार ने पैरामिलिट्री की 64 कंपनियों को हरियाणा भेज दिया है। रेलवे ने जीआरपी और आरपीएफ कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। इसी के साथ BSF और CRPF के जवान भी हरियाणा भेजे गए हैं। हरियाणा पुलिस ने राज्य में 152 से ज्यादा जगहों पर चेकिंग पॉइंट स्थापित किए हैं। टीकरी और सिंघु बॉर्डर पर ड्रोन से निगरानी की जा रही है। पंजाब-हरियाणा की सीमा से लगने वाले रास्तों पर पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं।
हरियाणा में कई जगहों पर इंटरनेट सेवा बंद
हरियाणा के 7 जिलों में आज सुबह 6 बजे से मोबाइल इंटरनेट, डोंगल और बल्क SMS बंद कर दिए गए हैं। इन 7 जिलों में अंबाला, हिसार, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, फतेहाबाद और पुलिस जिला डबवाली समेत सिरसा शामिल हैं। यह आदेश 13 फरवरी की रात 12 बजे तक लागू रहेगा। पैदल या ट्रैक्टर-ट्रॉलियों व अन्य वाहनों के साथ जुलूस निकालने, प्रदर्शन करने, मार्च करने, लाठी, डंडा या हथियार लेकर चलने पर प्रतिबंध लागू है। किसान संगठनों का कहना है कि, सरकार जब तक उनकी मांगों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा, हम इसे नहीं रोकेंगे।
हरियाणा में धारा 144 लागू
हरियाणा के सोनीपत, झज्जर, पंचकूला, अंबाला, कैथल, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद और जींद समेत 12 जिलों में धारा 144 लागू की गई है। इसके साथ पंजाब और दिल्ली के कई रूटों को भी डायवर्ट किया गया है।
3 टेम्परेरी जेल
सिरसा के चौधरी दलबीर सिंह इंडोर स्टेडियम और गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम डबवाली में 2 टेम्परेरी जेलें बनाई गई हैं। कैथल की पुलिस लाइन में भी ओपन जेल बनाई गई है।
किसान नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट
किसान नेताओं के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) अकाउंट भारत में सस्पेंड होने शुरू हो गए हैं। किसान नेता सुरजीत फूल और रमनदीप मान के अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया।
दिल्ली में लगाई गई धारा 144
किसानों के मार्च को देखते हुए दिल्ली में एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी गई है। दिल्ली के सिंघु, टीकरी समेत सभी बॉर्डर पहले ही सील किए जा चुके हैं। इस के साथ दिल्ली में भीड़ जुटाने, लाउडस्पीकर और ट्रैक्टरों की एंट्री बैन कर दी है। हथियारों से लेकर लाठी-पत्थर भी दिल्ली में नहीं ले जाने दिए जाएंगे।
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