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Gyanvapi Masjid Survey: ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर मिला शिवलिंग, तुरंत सील करने के आदेश; सर्वे में क्या-क्या मिलने का दावा?

वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम पूरा होने के साथ ही एक बड़ी खबर सामने आई है। परिसर के अंदर सर्वे टीम को शिवलिंग मिला है। इसके बाद कोर्ट ने उस जगह को तत्काल सील करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने डीएम, पुलिस कमिश्नर और सीआरपीएफ कमांडेंट को जगहों को संरक्षित और सुरक्षित रखने की व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदारी दी है। वहीं हिंदू पक्ष के दावे को मुस्लिम पक्ष ने खारिज कर दिया है।

तीसरे दिन के सर्वे में बड़ा खुलासा!

दरअसल, तीसरे दिन सर्वे टीम ने उस कुएं की पड़ताल की, जो नंदी की मूर्ति के पास है। प्राचीन कुएं की वीडियोग्राफी के लिए अंदर वाटर प्रूफ कैमरा डाला गया। इस बीच हिंदू पक्ष के वकील ने दावा किया कि ज्ञानवापी के वजुखाने में 12 फीट 8 इंचा का शिवलिंग मिला है। सर्वे टीम में शामिल हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन ने तुरंत वाराणसी कोर्ट में एप्लीकेशन दी। जिसमें सीआरपीएफ कमांडेंट को उस जगह को सील करने का आदेश देने की मांग की गई। जिसके बाद कोर्ट ने तुरंत उस जगह को सील करने के आदेश दिए।

रामेश्वर शर्मा ने भी किया ट्वीट

रामेश्वर शर्मा ने एक ट्वीट में लिखा, शिव ही सत्य है। बोलो बाबा काशी विश्वनाथ की…जय..हर हर महादेव। वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने आदेश की कॉपी शेयर करने के साथ लिखा, हर हर महादेव। वाराणसी की तथाकथित मस्जिद सील…

तीन दिन तक चला सर्वे, सारे सबूत कैद

ज्ञानवापी मस्जिद का सच कानूनी रिकॉर्ड में दर्ज हो गया, सबूत तस्वीरों में कैद हो गए। तहखाने से लेकर गुंबद तक का वीडियो तैयार हो गया है। तीन राउंड में सर्वे का काम पूरा किया गया।

जानकारी के मुताबिक, राउंड-1 में सभी 4 तहखानों के ताले खुलवा कर का सर्वे किया गया। पहले दिन सुबह 8 बजे से 12 बजे तक सर्वे हुआ। राउंड -2 में गुंबदों, नमाज स्थल, वजू स्थल के साथ-साथ पश्चिमी दीवारों की वीडियोग्राफी हुई। मुस्लिम पक्ष ने चौथा ताला खोला। साढ़े तीन फीट के दरवाजे से होकर गुंबद तक का सर्वे हुआ। दूसरे दिन भी चार घंटे सर्वे का काम चला, लेकिन कागजी कार्रवाई के कारण सर्वे टीम डेढ़ घंटे देर से बाहर निकली।

आज तीसरे दिन करीब 2 घंटे का काम हुआ। आज सर्वे टीम ने नंदी के पास के कुएं से लेकर बाकी बचे इलाकों का मुआयना किया। फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी हुई। कोर्ट के आदेश के चलते फिलहाल कोई भी पक्ष सर्वे पर खुल कर नहीं बोल रहा कि, अंदर क्या दिखा? क्या सबूत दर्ज हुए?

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मुस्लिम पक्ष ने दावे से किया इनकार

हिंदू का कहना है कि तीस बाइ तीस फुट के वज्जूखाने के ठीक बीच में से एक आकृति मिली है। जिसके बारे में हिंदू पक्का दावा कर रहे हैं कि वो शिवलिंग है। वहीं मुस्लिम पक्ष का दावा है कि अंदर ऐसा कुछ नहीं मिला, जिसका दावा हिंदू पक्ष कर रहे हैं। मुस्लिम पक्ष का कहना है कि ये एक फाउंटेन का हिस्सा है जो दस साल पहले तक काम करता था। इस बीच वज्जूखाने में पानी भर दिया गया है, ताकि नमाजियों के कोई परेशानी न हो।

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हिंदू पक्षकार बोले- आज बाबा मिल गए

सर्वे टीम में शामिल सोहनलाल आर्य ने कहा कि आज बाबा मिल गए, इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं बोलूंगा, जो इतिहासकारों ने लिखा था वह मिल गए, जिसकी नंदी प्रतिक्षा कर रही थीं वह बाबा मिल गए, जो सोचा गया था उससे ज्यादा परिणाम मिला है। इसके बाद हम पश्चिम दीवार में 75 फीट लंबा और 35 फीट ऊंचे मलबे की जांच करने की मांग करेंगे।

17 मई को सामने आयेगा सच

कोर्ट कमिश्नर कल सेशंस कोर्ट में सर्वे रिपोर्ट दाखिल करेंगे। सील बंद रिपोर्ट कोर्ट में ही खुलेगी, फिर साफ होगा कि ज्ञानवापी का सच क्या है? तहखाने से क्या मिला? गुंबद की वीडियोग्राफी में क्या कैद है?

5 महिलाओं की याचिका पर हो रही सुनवाई

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली की रहने वाली राखी सिंह और बनारस की रहने वाली लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक ने वाराणसी की सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी।

• 18 अगस्त 2021 को दायर की गई इस याचिका में कहा गया कि ज्ञानवापी परिसर में हिंदू देवी-देवताओं का स्थान है। ऐसे में ज्ञानवापी परिसर में मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन की अनुमति दी जाए। इस मामले पर आठ महीने तक सुनवाई और दलीलें चलतीं रहीं।
• 26 अप्रैल को कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कराने का आदेश दिया। सर्वे टीम 6-7 मई को सर्वे के लिए पहुंची तो वहां हंगामा और विरोध हुआ।
• दोनों पक्ष फिर से कोर्ट गए, जहां मुस्लिम पक्ष ने एडवोकेट कमिश्नर को बदलने की मांग की। वहीं हिंदू पक्ष ने तहखानों समेत पूरे
• परिसर की वीडियोग्राफी की मांग की। तीन दिन तक चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने 12 मई को फैसला सुनाया था।
• 17 मई को अदालत में इस मामले की रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी है।

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