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Gyanvapi Survey Row : ज्ञानवापी परिसर में पहले दिन के सर्वे का कार्य पूरा, हिंदू पक्ष के वकील का दावा- सारे सबूत हमारे पक्ष में

यूपी की धर्म नगरी वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद में पहले दिन का सर्वे पूरा हो गया है। पूरे परिसर की वीडियोग्राफी विशेष कैमरा और लाइट की व्यवस्था के साथ की गई। सर्वे सुबह 8 बजे से शुरू हुआ था। सर्वे टीम में शामिल सभी के मोबाइल बाहर जमा करा दिए गए थे। तहखाने से सर्वे की शुरुआत हुई। प्रशासन ने ज्ञानवापी परिसर के चारों तरफ 500 मीटर तक पब्लिक की एंट्री बंद करा दी थी।

जितेंद्र सिंह बिसेन: हम सबकी कल्पना से भी अधिक बहुत कुछ है…

ज्ञानवापी सर्वे के दौरान क्या मिला, इस सवाल पर विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने कहा कि मेरी नहीं, हम सबकी कल्पना से भी अधिक बहुत कुछ है। उन्होंने कहा कि कल के सर्वे के लिए भी बहुत कुछ है। बिसेन ने कहा कि कुछ ताले खोले गए, कुछ ताले तोड़ने पड़े। सर्वे की रिपोर्ट भी सबके सामने आएगी।

पहले दिन की कार्यवाही पूरी

ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे की कार्यवाही करीब चार घंटे तक चली। सुबह 8 बजे से शुरू हुआ सर्वे करीब 12 बजे तक चला। टीम ने सबसे पहले ग्राउंड फ्लोर पर ग्रिल के पास वीडियोग्राफी की। मस्जिद के तहखाने में चार कमरे हैं जिनमें से एक पर हिंदू पक्ष का कब्जा है और तीन कमरे मुस्लिम पक्ष के पास हैं। इन तहखानों में बैटरी के माध्यम से उजाला कर एडवोकेट कमिश्नर ने सर्वे के पहले दिन की कार्यवाही पूरी की। एडवोकेट कमिश्नर अजय मिश्र और वादी-प्रतिवादी पक्ष के 52 लोग परिसर के अंदर गए थे।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

मस्जिद के सर्वे के दौरान किसी तरह की कोई बाधा न आए, इसे लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। बुलानाला की ओर से विश्वनाथ मंदिर जाने वाले रास्ते पर किसी को पैदल भी जाने की इजाजत नहीं थी। पूरे इलाके को सील कर दिया गया था। 500 मीटर के दायरे में सभी दुकानें बंद करा दी गईं थी। एक किमी. के दायरे में 1500 से ज्यादा पुलिस-PAC के जवान तैनात थे।

मीडिया को ज्ञानवापी परिसर और मुख्य द्वार से लगभग एक किलोमीटर दूर ही रोक दिया गया था। ज्ञानवापी मस्जिद की वीडियोग्राफी सर्वे की कार्रवाई सुबह 8 बजे शुरू हुई और 12 बजे तक होगी।

5 महिलाओं की याचिका पर हो रही सुनवाई

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली की रहने वाली राखी सिंह और बनारस की रहने वाली लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक ने वाराणसी की सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी।

  • 18 अगस्त 2021 को दायर की गई इस याचिका में कहा गया कि ज्ञानवापी परिसर में हिंदू देवी-देवताओं का स्थान है। ऐसे में ज्ञानवापी परिसर में मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन की अनुमति दी जाए। इस मामले पर आठ महीने तक सुनवाई और दलीलें चलतीं रहीं।
  • 26 अप्रैल को कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कराने का आदेश दिया। सर्वे टीम 6-7 मई को सर्वे के लिए पहुंची तो वहां हंगामा और विरोध हुआ।
  • दोनों पक्ष फिर से कोर्ट गए, जहां मुस्लिम पक्ष ने एडवोकेट कमिश्नर को बदलने की मांग की। वहीं हिंदू पक्ष ने तहखानों समेत पूरे
  • परिसर की वीडियोग्राफी की मांग की। तीन दिन तक चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने 12 मई को फैसला सुनाया था।
  • 17 मई को अदालत में इस मामले की रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी है। शनिवार से शुरू होने वाली सर्वे की कार्यवाही 16 मई तक हर दिन सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक जारी रहेगी।

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