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Mainpuri By-Election 2022 : Dimple Yadav ने मैनपुरी उपचुनाव के लिए भरा पर्चा, मुलायम सिंह को किया याद

उत्तर प्रदेश में मैनपुरी उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव ने सोमवार को नामांकन दाखिल कर दिया है। इससे पहले डिंपल यादव और पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने सैफई में मुलायम सिंह यादव की समाधि स्‍थल पर जाकर उन्‍हें श्रद्धांजलि दी और उनका आशीर्वाद लिया।

डिंपल यादव ने मैनपुरी उपचुनाव के लिए नामांकन किया।

साथ दिखा पूरा यादव कुनबा

डिंपल यादव के नामांकन के दौरान पूरा यादव कुनबा मैनपुरी कलेक्ट्रेट में एक साथ दिखा। बता दें कि नामांकन के दौरान धर्मेंद्र यादव, राम गोपाल यादव, अभय राम यादव और तेज प्रताप सिंह यादव भी मौजूद रहे। इस दौरान नामांकन करने से पहले डिंपल यादव ने राम गोपाल यादव का पैर छूकर आशीर्वाद लिया।

अखिलेश यादव और डिंपल ने मुलायम सिंह यादव की समाधि पर अर्पित की पुष्पांजलि।

नामांकन से पहले डिंपल यादव का ट्वीट

नामांकन करने से पहले नेताजी को नमन कर डिंपल यादव ने ट्विटर के जरिए प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि नेताजी को सादर नमन के साथ, हम आज का नामांकन उनके सिद्धांतों और मूल्यों को समर्पित कर रहे हैं। नेताजी का आशीर्वाद हम सबके साथ हमेशा रहा है, हमेशा रहेगा।

मैनपुरी सीट का मतलब यादव परिवार

मैनपुरी सीट का जब भी जिक्र आता है तो ऐसे में यादव परिवार का जिक्र लाजिमी है। बता दें कि 1996 में मुलायम सिंह यादव इसी सीट से लोकसभा पहुंचे थे। इसके बाद 1998 और 1999 का चुनाव सपा के टिकट पर बलराम यादव ने जीता था। 2004 में मुलायम सिंह यादव एक बार फिर जीते, लेकिन कुछ दिन बाद ही मुख्यमंत्री बनने के कारण मुलायम सिंह यादव ने सीट छोड़ दी। इसके बाद हुए उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव जीते थे।

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2009 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव फिर जीते। इसके बाद 2014 का लोकसभा चुनाव मुलायम सिंह यादव ने दो सीटों (मैनपुरी और आजमगढ़) लड़ा और दोनों पर जीत हासिल की, फिर मुलायम सिंह ने मैनपुरी सीट छोड़ दी, जिस पर हुए उपचुनाव में तेज प्रताप यादव जीते थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में मुलायम फिर मैनपुरी सीट से जीते थे।

डिंपल का सियासी सफर

पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव का राजनीतिक करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। डिंपल अपना पहला चुनाव हार गई थीं, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने अपना आत्मविश्वास बनाए रखा। उनके भाषणों में शालीनता साफ दिखती है, यही वजह है कि वह कम समय में ही लोगों के दिलों में उतरती चली गईं। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की दो सीटों फिरोजाबाद और कन्नौज से चुनाव लड़ा। बाद में अखिलेश ने फिरोजाबाद सीट छोड़ दी थी। उपचुनाव में डिंपल को वहां से उम्मीदवार बनाया। लेकिन, डिंपल कांग्रेसी नेता राज बब्बर से चुनाव हार गईं थी।

सपा और आरएलडी मिलकर उपचुनाव लड़ेंगे

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के साथ मिलकर लड़ेगी। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल मिलकर चुनाव लड़ेंगे। मैनपुरी लोकसभा और रामपुर विधानसभा सीट पर सपा प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे और खतौली विधानसभा सीट पर आरएलडी का प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा।

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