भोपालमध्य प्रदेश

राजधानी भोपाल का मौत का कुआं जो ले चुका है दो सौ से अधिक लोगों की जान

-अब नहीं डूबेगा कोई क्योंकि मौत के कुएं की होगी फेंसिंग

शाकिब खान, भोपाल।

राजधानी भोपाल में एक मौत का कुआं है जो अब तक 225 से अधिक लोगों की जान ले चुका है लेकिन अब इस कुएं तक कोई नहीं पहुंच पाएगा। केरवा स्थित मौत के कुएं के किनारे वन विभाग 12 फीट ऊंची चैनलिंग जाली लगाने जा रहा है, ताकि डूबने से अब किसी की जान न जाए। केरवा नर्सरी से लेकर पुलिया तक करीब डेढ़ किमी में सड़क किनारे फेंसिंग की जाएगी।

वीकेंड पर पिकनिक मनाने आते हैं लोग

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रतिबंधित इलाका होने के बाद भी अक्सर लोग यहां वीकेंड पर पिकनिक मनाने आते हैं। हालांकि यहां चेतावनी बोर्ड भी लगाया गया है, लेकिन फिर भी लोग नहाते हैं और डूब जाते हैं। अब तक यहां डूबने से 225 लोगों की मौत हो चुकी है। फेंसिंग होने के बाद लोगों को पानी के पास जाने से रोका जा सकेगा। इसके अलावा जाली लगने से पानी में प्लास्टिक वेस्ट फेंकने की समस्या से भी निजात मिल जाएगी।

वन विभाग ने चलाया सफाई अभियान

जैव विविधता दिवस पर वन विभाग ने इस इलाके में सफाई अभियान चलाया था। इस दौरान करीब 200 बोरी प्लास्टिक, थर्माकोल के अलावा शराब की बॉटलें भी निकली थीं। यह कचरा इस क्षेत्र को प्रदूषित कर रहा था।

फेंसिंग काफी नहीं,खोह को भी बंद किया जाए

मंदार एंड नो मोर फाउंडेशन के फाउंडर डायरेक्वटर विश्नवास घुषे ने कहा कि  विभाग पहल कर रहा है यह अच्छी बात है। अगर वह हमसे भी इस मामले में चर्चा कर ले तो हम भी विभाग को सलाह दे सकते हैं, क्योंकि हम सात साल से उस इलाके में काम कर रहे हैं। सिर्फ फेंसिंग ही काफी नहीं होगी, डेम के पास स्थित एक खोह को भी बंद किया जाए।

डेढ़ किमी में होगी फेंसिंग

भोपाल के डीएफओ आलोक पाठक ने बताया कि यहां डूबने से अब तक बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं लोग प्लास्टिक वेस्ट भी फेंक जाते हैं, जिससे पानी दूषित होता है। इसको देखते हुए करीब डेढ़ किमी में फेंसिंग कर मौत के कुएं को पूरी तरह से बंद कर देंगे। इससे जंगल भी सुरक्षित रहेगा और लोगों की जान भी नहीं जाएगी।

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