देश में कोरोना नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों ने सरकार के साथ-साथ चुनाव आयोग की भी चिंता बढ़ा दी है। इसके कारण अगले वर्ष पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव टल सकते हैं। भारतीय चुनाव आयोग ने हालात की समीक्षा के लिए सोमवार 27 दिसंबर को बैठक बुलाई है। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को भी बुलाया गया है।
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The Election Commission of India will convene a meeting on 27th Dec with senior officials of the Ministry of Health & Family Welfare including Secretary Rajesh Bhushan. The meeting will discuss the prevailing COVID19 situation for upcoming Assembly elections in five states.
— ANI (@ANI) December 26, 2021
चुनाव कराने पर आयोग लेगा फैसला
सोमवार को होने वाली बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव राजेश भूषण भी मौजूद रहेंगे। अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक में चुनाव आयोग के सदस्य देश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करेंगे। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के फीडबैक के आधार पर ही उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में चुनाव कराने के बारे में आयोग फैसला लेगा।
पश्चिम बंगाल में हुआ था कोरोना विस्फोट
दरअसल, वर्ष 2021 की शुरुआत में पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव कराए गए थे। सभी पार्टियों की रैली में भारी भीड़ उमड़ती थी। आठ चरणों में होने वाले चुनाव का छठा चरण आते-आते कोरोना विस्फोट बंगाल में होने लगा। कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से हुई वृद्धि के लिए चुनाव आयोग की खूब आलोचना हुई।
रैलियों को लेकर की जाएगी चर्चा
पश्चिम बंगाल के चुनाव में आलोचना झेलने के बाद चुनाव आयोग को प्रचार अभियान को सीमित करना पड़ा था। रैलियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। चुनाव आयोग इस बार नहीं चाहता कि बंगाल चुनाव की तरह उसे फिर से आलोचना झेलनी पड़े। ज्ञात हो कि कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट का डर अलग से बना हुआ है। इस करण रैलियों को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
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