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Covid-19 की बूस्टर डोज लगवा चुके लोगों को नहीं लगेगी Nasal Vaccine, जानें डॉ. अरोड़ा ने क्या कहा

नई दिल्ली। देश में नेजल वैक्सीन को मंजूरी मिलने और इसकी कीमत तय होने के बाद अब एक अहम जानकारी सामने आई है। दरअसल भारत में नेजल वैक्सीन उन लोगों को नहीं दिया जाएगा, जिन्होंने बूस्टर डोज ली हुई है। बता दें कि, नेजल वैक्सीन Innovacc को पिछले हफ्ते ही कोविन प्लेटफॉर्म पर पेश किया गया था।

बूस्टर डोज ले चुके लोगों को नहीं लगेगी नेजल वैक्सीन

देश के वैक्सीन टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ एनके अरोड़ा ने बताया कि, “यह (नाक का टीका) पहले बूस्टर के रूप में लगाई जानी है। उदाहरण के लिए, अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही एहतियाती खुराक मिल चुकी है तो यह उस व्यक्ति के लिए नहीं है। यह उन लोगों के लिए है जिन्होंने अभी तक एहतियाती खुराक नहीं ली है।” उन्होंने यह बात एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान बताई।

‘चौथी खुराक को स्वीकार नहीं करेगा CoWIN’

डॉ. अरोड़ा ने बताया कि CoWIN प्लेटफॉर्म में चौथी खुराक का ऑप्शन नहीं रहेगा। अगर कोई व्यक्ति सोचे कि उसने बूस्टर डोज पहले ही ले लिया और अब नेजल वैक्सीन लगवा ले तो उसे ये ऑप्शन नहीं मिलेगा।

23 दिसंबर को मिली थी मंजूरी

केंद्र ने दुनिया की पहली नेजल कोरोना वैक्सीन को 23 दिसंबर को मंजूरी दी थी। दुनिया के पहले इंट्रानेजल वैक्सीन iNCOVACC को प्राइमरी सीरीज और बूस्टर, दोनों तरह की मंजूरी मिली है। यह COVID के लिए दुनिया की पहली इंट्रानेजल वैक्सीन है, जिसे प्राइमरी 2-डोज शेड्यूल और बूस्टर डोज के लिए अप्रूवल मिला है। कोवैक्सिन बनाने वाली हैदराबाद की भारत बायोटेक ने इसे वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन (WUSM) के साथ मिलकर बनाया है।

नेजल वैक्सीन की कीमत

18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए नेजल वैक्सीन बूस्टर डोज के रूप में इस्तेमाल की जाएगी। यह निजी अस्पतालों में 800 रुपए और सरकारी अस्पतालों में 325 रुपए में मिलेगी। इससे पहले iNCOVACC को 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली थी। iNCOVACC वैक्सीन जनवरी के चौथे सप्ताह में लॉन्च की जाएगी।

कैसे दी जाएगी वैक्सीन

यह वैक्सीन नाक में स्प्रे की जाएगी। इसे लगाने के लिए किसी तरह की नीडिल का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। नेजल वैक्सीन को प्राइमरी दो डोज के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस वैक्सीन को वाशिंगटन विश्वविद्यालय, सेंट लुइस के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है।

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नेजल वैक्सीन के कुछ फायदे

  • वायरस को नाक में ही खत्म किया जा सकेगा। इससे वो फेफड़ों को इंफेक्ट नहीं करेगा।
  • इसके लिए हेल्थ वर्कर को ट्रेनिंग नहीं देनी पड़ेगी। इसे नेजल स्प्रे की तरह नाक में बूंद डालकर दिया जाएगा।
  • प्रोडक्शन और स्टोरेज आसान होगा। इससे वैक्सीन के वेस्टेज की समस्या खत्म होगी।

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