कोरोना वाइरसराष्ट्रीयस्वास्थ्य

Nasal Vaccine: दुनिया की पहली नेजल वैक्सीन को केंद्र सरकार ने दी मंजूरी, बूस्टर के तौर पर लगेगी

नई दिल्ली। दुनियाभर में बढ़ रहे कोरोना केसों के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। भारत सरकार ने दुनिया की पहली नेजल कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। कोवैक्सिन बनाने वाली हैदराबाद की भारत बायोटेक ने इसे बनाया है। यह बूस्टर डोज के तौर पर लगाई जा सकेगी। इस वैक्सीन को सरकार ने भारत के कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम में आज से ही शामिल कर लिया है।

क्या है नेजल वैक्सीन का नाम

भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन का नाम iNCOVACC रखा गया है। पहले इसे BBV154 कहा गया था। यह वैक्सीन नाक के जरिए स्प्रै करके दी जाती है, मतलब वैक्सीन लेने वाले की बांह पर टीका नहीं लगाया जाता। DCGI ने इंट्रा नेजल कोविड वैक्सीन को 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए मंजूरी दी है।

4000 लोगों पर हुआ था ट्रायल

हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने नेजल वैक्सीन का 4 हजार वॉलिंटियर्स पर क्लीनिकल ट्रायल किया है। इनमें से एक भी साइड इफेक्ट का मामला सामने नहीं आया। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने पहले बूस्टर डोज के रूप में इंट्रानैसल वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल के लिए मंजूरी दी थी।

अगस्त महीने में तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के बाद साफ हो गया था कि BBV154 वैक्सीन इस्तेमाल के लिए सुरक्षित है। BBIL के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एला ने कहा था कि कोई भी इंजेक्टेबल वैक्सीन सिर्फ शरीर के निचले हिस्से को सुरक्षित करती है, जबकि नेजल वैक्सीन पूरे शरीर को सुरक्षा प्रदान करती है।

कौन लगवा सकता है ये वैक्सीन?

ये वैक्सीन सिर्फ बूस्टर डोज के तौर पर लगाई जाएगी। यानी, जो लोग पहले वैक्सीन की दो डोज ले चुके हैं, उन्हें ही ये वैक्सीन दी जाएगी। सबसे पहले इसे प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए लोगों को पैसे देने होंगे।

नेजल वैक्सीन के कुछ फायदे

  • वायरस को नाक में ही खत्म किया जा सकेगा। इससे वो फेफड़ों को इंफेक्ट नहीं करेगा।
  • इसके लिए हेल्थ वर्कर को ट्रेनिंग नहीं देनी पड़ेगी। इसे नेजल स्प्रे की तरह नाक में बूंद डालकर दिया जाएगा।
  • प्रोडक्शन और स्टोरेज आसान होगा। इससे वैक्सीन के वेस्टेज की समस्या खत्म होगी।

ये भी पढ़ें- कोरोना से जंग की तैयारी तेज: राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ आज बैठक करेंगे हेल्थ मिनिस्टर मंडाविया

संबंधित खबरें...

Back to top button