भोपाल। प्रदेश में शराब की कीमतें बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव लगभग तैयार कर लिया गया है। नई आबकारी नीति को 6 फरवरी के कैबिनेट में मंजूरी मिली तो एक पाव में दस रुपए और बोतल में 40 रुपए तक दाम बढ़ सकते हैं। वहीं आबकारी विभाग ने प्रदेश में विभाग ने नई शराब दुकान तथा अहाता खोलने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। ज्ञात हो कि पूर्व शिवराज सरकार 1 अप्रैल 2023 से प्रदेश शराब अहाते और शॉप बार बंद कर दिए थे। आबकारी विभाग कई साल बाद एक्साइज ड्यूटी भी बढ़ा सकता है और लाइसेंस फीस में 15 फीसदी तक बढ़ोतरी की जा सकती है। इससे अगले वित्तीय वर्ष में राजस्व लक्ष्य 15 हजार करोड़ से अधिक हो सकता है।
नई नीति को लेकर बुधवार को मंत्रालय में मदिरा ठेकेदारों के साथ विभाग ने बैठक की। इस अवसर पर ठेकेदारों ने कई सुझाव दिए। जैसे कि नर्मदा किनारे पांच किलोमीटर के दायरे में शराब दुकान नहीं होने के निर्णय पर विचार हो। इस पर सहमति बनी है कि दायरा कम करते हुए दो से तीन किलोमीटर तक किया जा सकता है।
13.5 हजार करोड़ रुपए का राजस्व हासिल करना चुनौती
इस साल आबकारी विभाग को साढ़े तेरह हजार करोड़ का राजस्व हासिल करने का लक्ष्य है। अभी तक करीब 10 हजार करोड़ राजस्व आ चुका है। विभाग के अधिकारी कहते हैं कि दो माह में लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।
बैठक में सुझाव तो दिए हैं, पर देखना यह है कि सरकार कितना मानती है। – डॉ.केपी सिंह, आबकारी ठेकेदार