भोपाल। मध्य प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में बड़े बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। गुजरात में नई कैबिनेट बनने के बाद से ही मध्य प्रदेश में भी मंत्रिमंडल विस्तार की खबरें सुर्खियों में हैं। इसी बीच सीएम डॉ. मोहन यादव आज (नवंबर) दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं, जिसने इन बदलावों की अटकलों को हवा दे दी है। मुख्यमंत्री के इस कदम को आगामी मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़ा जा रहा है, क्योंकि कैबिनेट में अभी 4 पद खाली हैं, जिसे भरा जाना है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्य प्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम से आज शाम को दिल्ली के लिए रवाना होंगे। वहां पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार की जरूरत पर जोर देंगे। सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरों को शामिल करने के साथ कुछ को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। वहीं सूत्रों का कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद ही इस मुद्दे पर विचार किया जाएगा।
बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में भाजपा के कई बड़े नेता पूरी तरह से जुट गए हैं। मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महासचिव हितानंद शर्मा, पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया और युवा मामलों के मंत्री विश्वास सारंग जैसे दिग्गज नेताओं को बिहार में चुनावी ड्यूटी पर भेजा गया है। पार्टी का मानना है कि बिहार का चुनाव उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इस वजह से मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार बिहार चुनाव के बाद होने की संभावना जताई जा रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव मंत्रियों के प्रदर्शन के आधार पर मंत्रिमंडल में बदलाव कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक इसमें क्षेत्रीय संतुलन साधने के हिसाब कुछ पूर्व मंत्रियों को फिर मौका दिया जा सकता है। रामनिवास रावत के मंत्रिमंडल से त्याग पत्र देने के बाद मोहन कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित 31 मंत्री हैं। नियम के अनुसार 35 मंत्री हो सकते हैं। यानी मंत्रिमंडल में अभी 4 पद खाली हैं। वहीं मंत्री बनने के लिए कई पूर्व मंत्री सत्ता और संगठन में अपने संपर्कों के माध्यम से प्रयासरत भी हैं। संभावना जताई जा रही है कि कुछ मंत्रियों को खराब प्रदर्शन के आधार पर विश्राम भी दिया जा सकता है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार को दिसंबर में दो साल पूरे होने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय ने विभागों से दो साल की उपलब्धियों की जानकारी मांगी है। विभागवार जानकारी संकलित कर बुकलेट तैयार की जाएगी। मंत्रियों के अलावा विधायकों के साथ भी मुख्यमंत्री बैठक करेंगे। इसमें विधानसभा क्षेत्रों में किए जा रहे विकास कार्यों, सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत और जनप्रतिनिधियों, मंत्रियों और प्रशासन के बीच समन्वय की स्थिति के बारे में भी चर्चा की जाएगी। डॉ. मोहन यादव ने 13 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब से अब तक विभिन्न नवाचार कर विकसित प्रदेश बनाने के लिए सरकार प्रयासरत है।
राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि अब बिहार विधानसभा चुनाव के बाद ही नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। फिलहाल, पार्टी पूरा फोकस बिहार विधानसभा चुनाव पर ही लगा रही है। सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि नए अध्यक्ष के चुनाव का कार्यक्रम अब टाला जा रहा है। खबर है कि यह अगले साल तक टल सकता है। मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 को खत्म हो चुका है। वह एक्सटेंशन पर हैं।