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मौत के छह महीने बाद डॉक्टर के खिलाफ इलाज मे लापरवाही का केस दर्ज, स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के बाद ब्लड ट्रांसफ्यूजन रिएक्शन से हुई थी मां की मौत

भोपाल । राजधानी भोपाल में एक महिला की मौत के छह महीने बाद उसका उपचार करने वाले डॉक्टर के खिलाफ इलाज में लापरवाही का मामला कायम किया गया है। पुलिस ने गहराई से तफ्तीश की तो उजागर हुआ कि महिला की मौत ब्लड बैंक से लाए गए रक्त को चढ़ाने में लापरवाही से हुई थी।  इसे ब्लड ट्रांसफ्यूजन रिएक्शन कहा जाता है। पुलिस जांच में साबित हुआ कि जो रक्त महिला को चढ़ाया गया था, वह ब्लड बैंक से 21 घंटे पहले लाया गया था।

बच्चा स्वस्थ लेकिन नहीं बच सकी मां

राजधानी के छोला मंदिर थाना क्षेत्र के चांदबाड़ी इलाके की निवासी 23 वर्षीय प्रियंका राय को प्रसव के लिए 15 अक्टूबर 2022 को करोंद स्थित एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया था। इसी दिन उसने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया लेकिन प्रसव के बाद प्रियंका की तबियत बिगड़ने लगी। अगले दिन दोपहर दो बजे जब प्रियंका की स्थिति ज्यादा बिगड़ गई तो इलाज कर रहे डॉक्टर रंजन पाराशर ने उसे ब्लड चढ़ाया। उसके बाद भी जब हालत ज्यादा खराब हो गई तो ब्लड चढ़ाना रोक दिया गया। आखिरकार रात दस बजे प्रियंका ने दम तोड़ दिया था।

पीएम रिपोर्ट और एक्सपर्ट्स की राय के बाद एफआईआर

प्रियंका के निधन की सूचना के बाद अस्पताल पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर अगले दिन शव का पोस्टमार्टम कराया था। पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि ब्लड बैंक से खून लाने के करीब 21 घंटे बाद उसे चढ़ाया गया था, जो महिला की मौत का कारण बना। इस मामले की तफ्तीश एसीपी निशातपुरा ऋचा जैन ने की। मामला पेचीदा होने का कारण पुलिस ने पीएम की रिपोर्ट पर एम्स भोपाल के एक्सपर्टस से डिटेल रिपोर्ट हासिल की। परिजनों के कथन, मर्ग इंटीमेशन, शव पंचनामा , पीएम रिपोर्ट, दस्तावेज परीक्षण और मेडिकल रिपोर्ट्स के बाद साफ हुआ कि महिला को पुराना ब्लड चढ़ाया गया, जिससे मल्टी आर्गन फेल्योर होने के कारण उसकी मौत हुई। इन तमाम प्रमाणों को देखते हुए छोला मंदिर थाना पुलिस ने डॉक्टर पाराशर के खिलाफ इलाज में लापरवाही का केस दर्ज कर लिया है।

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