इंदौरमध्य प्रदेश

इंदौर में BSc की स्टूडेंट ने लगाई फांसी, इस वजह से उठाया कदम; सुसाइड नोट में लिखा- सॉरी मम्मी-पापा….

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में बीएससी की छात्रा के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। बता दें कि कुछ दिनों से छात्रा डिप्रेशन में चल रही थी। जिसके बाद उसने 20 अप्रैल की रात को हॉस्टल के कमरे में फांसी लगा ली। छात्रा ने सुसाइड नोट भी लिखा।

आखिर क्यों उठाया ये कदम ?

पुलिस के मुताबिक, रेणुका कॉलेज में बीएससी थर्ड ईयर की छात्रा थी।​​​ वो बरेली, ग्राम पिपरिया मोती तबेला की रहने वाली थी, और इंदौर शहर के भंवरकुआं इलाके में एक हॉस्टल में रहती थी।

नकल करते पकड़ी गई थी छात्रा

पुलिस को रेणुका के परिजनों ने बताया कि तीन दिन पहले उसका केमिस्ट्री का पेपर था। पेपर के दौरान कॉलेज प्रबंधन ने रेणुका का नकल प्रकरण बना दिया था। बता दें कि सिर्फ हाथ पर कुछ शब्द लिखे देखकर कॉलेज प्रबंधन ने रेणुका का नकल प्रकरण बना दिया।

छात्रा रेणुका

रेणुका ने पिता से की थी फोन पर बात

रेणुका ने कॉलेज के प्रकरण को अपने पिता नारायण धाकड़ को फोन पर बताया था। इस पर पिता ने इंदौर आकर कॉलेज प्रबंधन से बात करने का कहा था। रेणुका ने उनसे कहा था कि 21 तारीख को मेरा पेपर है, मैं वो पेपर देकर आपसे बात करती हूं, लेकिन उसने डिप्रेशन में आकर आत्महत्या कर ली।

सुसाइड नोट में क्या लिखा ?

भंवरकुआं थाना अंतर्गत हॉस्टल में रहने वाली छात्रा रेणुका ने सुसाइड से पहले परिवार के लिए ये आखिरी लाइनें अपनी कॉपी में लिखीं। सुसाइड नोट में लिखा- Sorry… खुश रहना आप सब। मम्मी-पापा ये मेरी गलती है। किसी की कोई गलती नहीं है। गलती सिर्फ मेरी है, आपने मुझ पर इतना विश्वास कर मुझे भेजा और मैंने… मयंक को अच्छे से पढ़ाना, मेरी जगह वो आपका नाम रोशन करेगा।

हाथ-पैर पर लिखने की थी आदत

परिजन ने बताया कि रेणुका को पढ़ाई करते समय अपने हाथ-पैर पर पेन से लिखने की आदत थी। बता दें कि इस आदत के लिए माता-पिता ने बचपन में भी कई बार उसे डांटा था, लेकिन रेणुका की ये आदत नहीं छूटी।

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