Hemant Nagle
18 Nov 2025
नई दिल्ली। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी गतिविधियां तेज हो गई हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम 4 और 5 अक्टूबर को पटना का दौरा करेगी। इस दौरान आयोग चुनाव की तैयारियों का जायजा लेगा और राजनीतिक दलों सहित प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात करेगा। बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है, ऐसे में नवंबर में चुनाव होने की पूरी संभावना है।
बिहार चुनाव को सुचारू और पारदर्शी बनाने के लिए चुनाव आयोग ने अपने पर्यवेक्षकों (सामान्य, पुलिस और व्यय) की एक अहम बैठक 3 अक्टूबर को आयोजित की है। यह बैठक दिल्ली के द्वारका स्थित IIIDEM (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्शन मैनेजमेंट) में होगी। इस बैठक में बिहार के सभी जिलों में तैनात होने वाले अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए जाएंगे और चुनावी तैयारियों पर विस्तृत चर्चा होगी।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अंतिम चरण में है। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित कर दी जाएगी। मतदाता सूची के अपडेट होने के बाद ही आयोग विधानसभा चुनाव की तारीखों की आधिकारिक घोषणा करेगा।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अगुवाई वाली टीम पटना दौरे के दौरान राज्य के शीर्ष पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करेगी। इस दौरान चुनाव के लिए सुरक्षा प्रबंध, बूथ स्तर की तैयारियां, संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान और आदर्श आचार संहिता लागू करने जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही आयोग राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेगा और उनकी राय सुनेगा।
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार नई विधानसभा का गठन समय पर होना अनिवार्य है। ऐसे में माना जा रहा है कि बिहार में नवंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में चुनाव हो सकते हैं। चुनाव की आधिकारिक तारीखों की घोषणा आयोग की समीक्षा और तैयारियों के बाद जल्द ही की जाएगी।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि बिहार विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। आयोग मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए जागरूकता कार्यक्रमों और डिजिटल प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल पर भी जोर देगा।