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अनोखा प्रचार – आंध्र प्रदेश के चुनाव प्रचार में कंडोम भी हुआ शामिल, जगनमोहन रेड्डी की YSRCP और चंद्रबाबू नायडू की TDP के वीडियो वायरल

अमरावती। वोट के लिए कंडोम? शायद भारत में इसके लिए लोग मानसिक तौर पर तैयार न हों लेकिन दक्षिण भारत के राज्य आंध्र प्रदेश में इसकी एंट्री हो गई है। जी हां, आंध्र प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान यहां के दोनों प्रमुख राजनीतिक दल, तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और युवजन श्रमिक रायथु कांग्रेस पार्टी (YSRCP), घर-घर जाकर कंडोम बांट रहे हैं। इन कंडोम के पैकेट्स पर दोनों ही दलों के पार्टी का चुनाव चिन्ह और नाम छपा हुआ है। इस नए प्रयोग के बाद देश भर में इसके पक्ष और विपक्ष में बयान आने लगे हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो

यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ लोगों ने इसे चुनाव प्रचार का एक नया हथकंडा बताया है तो कुछ इसे राजनीतिक दलों द्वारा लोगों को लुभाने का प्रयास मान रहे हैं। हालांकि इस मामले में अनोखी बात यह भी है कि YSRCP अपने सोशल मीडिया हैंडल पर TDP के वीडियो वायरल कर रही है, जबकि TDP भी जवाब में यही हथकंडा अपना रही है। हालांकि अब मामला विवादों से गिरने के बाद दोनों दल अपनी अपनी सफाई दे रहे हैं। चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली TDP का दावा है कि कंडोम बांटने का अभियान जनसंख्या नियंत्रण के लिए है। वहीं, YSRCP का कहना है कि यह महिलाओं को सशक्त बनाने और सुरक्षित यौन संबंधों को बढ़ावा देने के लिए है।

घटना के कुछ नकारात्मक पहलू भी

अब भले ही दोनों दल अपने को पाक साफ बताने की कवायद में जुटे हैं, लेकिन कुछ लोग इसे लेकर विरोध जता रहे हैं। उनका मानना है कि घर-घर जाकर मुफ्त कंडोम बांटना सरकार का काम है किसी दल का नहीं, लिहाजा यह चुनावी रेवड़ी का नया रूप है। इसके साथ ही कुछ ने इसे लैंगिकता का मुद्दा बताते हुए राजनीतिक फायदे के लिए उठाया गया कदम बताया है। इसके अलावा कुछ लोग ऐसे भी है जो इस कवायद को अनुचित बताते हुए लोगों की निजता के हनन से जोड़ रहे हैं। इसके साथ ही इस मुद्दे को लेकर चंद लोगों ने इसे रोकने के लिए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग तक उठा दी है।

लोकसभा के साथ हो सकते हैं विधानसभा चुनाव

आंध्र प्रदेश में 2024 में विधानसभा चुनाव होंगे। फिलहाल आंध्र प्रदेश की 175 सदस्यीय विधानसभा में जगन मोहन रेड्डी की YSRCP के 151 विधायक हैं। हालांकि अभी तक चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखें तय नहीं की हैं, लेकिन इस बार ये चुनाव मई में हो सकते हैं। हालांकि, कंडोम के जरिए वोट हासिल करने की इस कोशिश का फायदा किस सियासी दल को मिलेगा ये तो चुनाव परिणाम ही बताएगा। लेकिन, चुनाव से पहले राज्य की पॉलिटिक्स में कंडोम की एंट्री ने यहां की सियासत में एक नया मोड़ जरूर ला दिया है।

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