इंदौरमध्य प्रदेश

संवेदनहीन खाकी ; 16 साल की मानसिक विक्षिप्त मूक रेप पीड़िता को एक से दूसरे थाने के चक्कर लगवाते रहे, 8 घंटे बाद FIR

इंदौर की अनुभूति विजन सेवा संस्थान में रह रही थी किशोरी, बीमारी में तीन माह मां के घर रही

हेमंत नागले, इंदौर। मूक-बधिरों और दिव्यांगों के प्रति विशेष संवेदनशील रवैया अपनाने की दंभ भरने वाली इंदौर पुलिस ने गुरुवार को एक मेंटली चैलेंज्ड और मूक किशोरी को 8 घंटे तक एक से दूसरे थाने के चक्कर लगवाए। मामला छोटा नहीं था। 16 वर्षीय किशोरी के साथ रेप हुआ था। पीथमपुर में रहने वाले परिजन उसे लेकर विजय नगर थाने पहुंचे और शिकायत की, लेकिन वहां से पुलिस ने उन्हें लसूड़िया थाने भेज दिया। यहां एक बार फिर परिवार ने पूरा मामला बयां किया। लेकिन पुलिस ने उन्हें दोबारा विजय नगर जाने की सलाह दी। पीड़िता रात करीब 8:30 बजे तक थानों की सीमाओं के बीच उलझती रही। वह न तो कुछ बोल सकती थी, न ही समझा सकती थी। देर शाम साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट की भी मदद ली गई। इसके बाद विजय नगर थाने में रेप और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज हुआ।

क्या है मामला

घटना गुरुवार को तब सामने आई, जब 16 साल की मानसिक रूप से अस्वस्थ और मूक किशोरी के परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां चेकअप में वह गर्भवती पाई गई। इसके बाद परिजन उसे लेकर विजय नगर थाने पहुंचे। यह किशोरी अनुभूति विजन सेवा संस्थान में 4 साल से रह रही थी। पीड़िता को मिर्गी के दौरे भी आते हैं। यह समस्या होने पर अगस्त 2022 में परिजन उसे पीथमपुर स्थित अपने घर ले आए। उसके ठीक होने के बाद नवंबर में उसे फिर से अनुभूति विजन संस्था में भर्ती छोड़ दिया गया। परिजनों के मुताबिक जब वह उसे पीथमपुर ले गए थे, तब वह पूरी तरह से ठीक थी। परिजनों के मुताबिक संस्था ने 7 और 8 फरवरी 2023 को फोन लगाकर उसके पीरियड्स नहीं आने की जानकारी दी। 9 फरवरी 2023 को परिजनों ने मेडिकल चेकअप करवाया तो पता चला कि वह गर्भवती है।

इसी संस्था में रह रही थी किशोरी।

गुरुवार को किशोरी के गर्भवती होने की जानकरी होने पर परिजनों के होश उड़ गए। उन्होंने संस्था को इस बाबत जानकारी दी। लेकिन संस्था की संचालिका का कहना है कि घर से आने के बाद हमारी तरफ से परिजनों को कई बार इस संबंध में जानकारी दी गई कि किशोरी के पीरियड्स समय पर नहीं आ रहे हैं। लेकिन, परिजनों ने दौरे पड़ने, किडनी की बीमारी जैसी बातें बताकर कहा कि यह बीमारी की वजह से हो सकता है।

पुलिस का तर्क : बात समझ न आने की वजह से हुई देरी

रेप पीड़िता की एफआईआर दर्ज करने में 8 घंटे लगने के सवाल पर डीसीपी जोन 2 संपत उपाध्याय कहते हैं मेरे संज्ञान में शाम 4:30 बजे के लगभग यह मामला आया। विजय नगर थाने में कार्रवाई हो रही है। peoplesupdate.com से उनकी बात करीब 7:45 बजे हुई। तब तक एफआईआर नहीं हुई थी। उन्होंने बताया कि फरियादी पीथमपुर के हैं। उन्होंने कहा- घटनास्थल और आरोपी के बारे में कुछ पता नहीं है। पीड़िता की बात समझ न आने की वजह से देरी हुई है। उन्होंने कहा- पुलिस सभी बिंदुओं की जांच कर रही है।

साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट बोलीं- कुछ बता नहीं पा रही पीड़िता

विजय नगर थाने में साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट मोनिका पुरोहित को बुलाया गया। उन्होंने किशोरी से बातचीत की। मोनिका ने बताया कि किशोरी बिल्कुल बात नहीं कर पा रही है। कल फिर एक बार आना है। संभवत: उसका स्वास्थ्य साथ नहीं दे रहा है। कल बात करने के बाद ही कुछ साफ हो पाएगा कि आखिर घटना कब और कहां हुई।

संचालिका बोलीं- हमने परिजनों को दी जानकारी

अनुभूति संस्था की संचालिका चंचल तलारिया ने बताया कि किशोरी करीब 6 साल से यहां रह रही है। उसे दौरे आते हैं। अगस्त में यह दिक्कत हुई तो हमने उसे घर भेज दिया था। उसके बाद नवंबर 2022 में बच्ची संस्था में आई। तब हमने उसका चेकअप कराया था। इस बीच करीब ढाई महीने से मासिक धर्म नहीं होने पर हमें आशंका हुई। अभी तीन चार-दिन पहले हमने उसकी मां को बताया तो उन्होंने कहा कि उसके मासिक धर्म किडनी की वजह से रेग्युलर नहीं रहता है। उसके बाद हमने उनके परिजनों को डॉक्टर को दिखाने को कहा। कल बच्ची की बहन का फोन आया और उसके स्वास्थ्य के बारे में पूछा। मैंने उन्हें फिर एक बार दिखाने को कहा। आज सुबह मां आईं। दोपहर में किशोरी के भाई और मौसी के बेटे ने बताया कि वह प्रेग्नेंट है।

पुलिस ने संस्था से लिया रिकॉर्ड

शिकायत के बाद पुलिस ने संस्था में जाकर जांच की। यहां से पुलिस ने रिकॉर्ड कब्जे में लिए हैं। यहां के सीसीटीवी फुटेज भी जांच के दायरे में आएंगे। संस्था की संचालिका का कहना है कि बच्ची मानसिक बीमार है और मूक-बधिर है। उसकी मां मजदूरी करती हैं, इस वजह से उन्होंने बच्ची को यहां छोड़ा है।

सवाल अब भी बरकरार- कहां हुआ रेप

8 घंटे की जद्दोजहद के बाद भी यह साफ नहीं हो सका है कि पीड़िता के साथ रेप की वारदात कहां हुई। घटन की जांच कर रहीं पुलिस अधिकारी कृति तोमर ने बताया कि किशोरी मानिसक तौर पर स्वस्थ नहीं है। वह बोल भी नहीं पाती है। इसलिए कुछ बता नहीं पाई है। जांच के बाद पता चलेगा कि उसके साथ घटना कहां हुई।

क्या कहता है कानून

रेप पीड़िता अपने किसी करीबी को सूचना देने के साथ पुलिस में FIR दर्ज करा सकती है। एफआईआर दर्ज कराने के लिए महिला अपने किसी भी करीबी को साथ ले जा सकती है। नियम के मुताबिक जरूरी नहीं कि पीड़िता ही थाने जाए, अवश्यक होने पर पुलिस को महिला की FIR दर्ज करने उसके पास जाना होगा। भारत का संविधान अधिकार देता है कि पीड़ित महिला किसी भी पुलिस थाने में घटना से संबंधित एफआईआर दर्ज करा सकती है। यहां FIR जीरो पर दर्ज होने के बाद संबंधित थाने भेज दी जाएगी।
लेकिन इस मामले में इंदौर पुलिस ने पीड़िता को दो थानों के चक्कर लगवाए। यह क्यों हुआ, इसका जवाब जिम्मेदारों के पास नहीं है। 

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