साल 2021 खत्म होने वाला है कुछ दिन ही शेष है। साल अच्छी बुरी यादों के साथ बीता है। वैसे तो साल 2021 की शुरुआत कोरोना वायरस के खतरे, जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के बीच हुई। जब लोग कोरोना के भय के साए में थे। ऑक्सीजन की कमी, अस्पतालों में बेड की किल्लत, संक्रमण से बचाव के लिए लगे प्रतिबंध को लोगों ने इस साल भी झेला। लेकिन कोरोना की दहशत से हटकर भी देश में कई बड़ी घटनाएं हुईं जो देश के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गईं हैं और लोग इन घटनाओं को हमेशा याद करेंगे।
गणतंत्र दिवस पर किसान हिंसा
26 जनवरी की किसान हिंसा दिल्ली के इतिहास में दर्ज हो गई। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान साल 2020 से धरने पर बैठे थे। आंदोलन कर रहे थे, लेकिन इस साल की शुरुआत में किसानों का गुस्सा फूटा, जब गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला। दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान जब लाल किले की ओर बढ़े तो जमकर लाठीचार्ज हुआ। पुलिस और किसानों के बीच विवाद बढ़ा। किसान उग्र हो गए। कुछ उग्र आंदोलनकारी लाल किले पर चढ़ गए और निशान साहिब का झंडा लहराने लगे। इस ट्रैक्टर मार्च गणतंत्र दिवस हिंसा में तब्दील हो गई।
सांसों के लिए तरसे लोग, अंतिम संस्कार को नहीं बची जगह
साल 2021 की शुरुआत में ही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने भारत में दस्तक दी और लाखों जिंदगियों को निगल लिया। कोरोना का कहर इस कदर देशवासियों पर बरपा कि भारत की मेडिकल व्यवस्था का दम ही निकल गया। सांसों के लिए लोग तरस रहे थे। कोरोना पीड़ितों के परिवारवाले कई दिनों से ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए लाइन में लगे रहे और उनके मरीज ने दम तोड़ दिया। अस्पताल में मरीजों का ऐसा ढेर लगा था बेड कम पड़ गए। अस्पतालों का फर्श भर गया और डॉक्टर्स टॉयलेट में बिठाकर भी मरीजों का इलाज कर रहे थे।
दिल्ली, मुबंई और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में कोरोना के कारण होने वाली मौत की संख्या इतनी ज्यादा थी कि श्मशान घाट में लोगों को अपनों का अंतिम संस्कार करने के लिए 52-53 घंटे का इंतजार करना पड़ रहा था। श्मशान घाट में शवों का अंतिम संस्कार करने की जगह नहीं बची थी। कोरोना काल के दौरान हमने उत्तर प्रदेश की नदियों में कई शवों को बहते हुए देखा जो किनारों पर आकर टिक गए थे। शवों को कुत्ते और जानवर नौंच-नौंच कर खा रहे थे। नदियों में तैरती उन लाशों की तस्वीर को जिसने भी देखा वह सदमें में चला गया।
पैंडोरा पेपर लीक में 300 भारतीयों के नाम आए थे सामने
अक्टूबर में ही पैंडोरा पेपर लीक ने लोगों को हैरान कर दिया। इस स्कैम में 90 देशों के सैकड़ों नेताओं और जानी मानी हस्तियों के नाम सामने आए, जिन्होंने अपने धन को छुपाने के लिए गुप्त कंपनियों का इस्तेमाल किया। भारत के लिए यह खुलासा इसलिए बड़ा था, क्योंकि पैंडोरा पेपर लीक में क्रिकेट के लीजेंड सचिन तेंदुलकर का नाम भी आया था। इस लिस्ट में 300 भारतीयों के नाम सामने आए थे।
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की ऐतिहासिक जीत
चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने कई नारे दिए थे। जैसै- 2 मई ममता दीदी गई.., अबकी बार दीदी का सूपड़ा साफ… लेकिन इन जुमलों पर ममता बनर्जी का खेला होबे भारी पड़ गया और ममता बनर्जी को चुनाव में बंपर जीत हासिल हुई और बीजेपी शतक लगाने से भी चूक गई। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने 200 से ज्यादा सीटों जीत कर तीसरी बार मुख्यमंत्री बनीं।
टोक्यो ओलिंपिक में भारत को मिला गोल्ड
इस साल की टोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए खुशी की खबर आई। जुलाई-अगस्त में आयोजित हुए टोक्यो ओलिंपिक में भारत के खिलाड़ियों ने 7 पदक हासिल किए। जिसमें नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता। वहीं भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल बाद हॉकी में मेडल हासिल किया। भारत के लिए ये किसी जश्न से कम नहीं था।
भाजपा शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री बदले गए
गुजरात, कर्नाटक, उत्तराखंड सहित भाजपा शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आलाकमान द्वारा बदला गया। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अचानक इस्तीफा दे दिया। रूपाणी से पहले कर्नाटक में जुलाई में बीएस येदियुरप्पा को कुर्सी छोड़नी पड़ी। बीएस येदियुरप्पा से पार्टी के कई नेता नाराज चल रहे थे। इससे पहले उत्तराखंड में भी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। असम को भी बीजेपी ने हाल ही में नया नेतृत्व दिया है। सर्बानंद सोनेवाल को पांच साल बाद भाजपा ने हिमंत बिस्व सरमा को कमान सौंप दी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने वापस लिए तीनों नए कृषि कानून
19 नवंबर को पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की और 29 नवंबर को संसद के दोनों सदनों ने कृषि कानून को निरस्त करने वाले कृषि विधि निलंबन विधेयक, 2021 को बिना चर्चा के मंजूरी दे दी। एक दिसंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इसको मंजूरी दी। कृषि कानूनों के रद्द होने के साथ ही किसानों का एक साल से ज्यादा समय से चल रहा आंदोलन भी समाप्त हो गया।
9 महीनों में देश में 100 करोड़ वैक्सीन डोज पूरे
कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच देश को राहत उस समय मिली जब अक्टूबर में भारत में 100 करोड़ वैक्सीन के डोज पूरे करके इतिहास रच दिया। टीकाकरण अभियान में भारत के नाम बड़ी उपलब्धि जुड़ गई। दुनिया में भारत वैक्सीनेशन में 100 करोड़ का आंकड़ा पूरा करने वाला पहला देश बन गया। मात्र 9 महीनों में देश ने यह उपलब्धि हासिल की।
भारत को मिला मिस यूनिवर्स का खिताब
सुष्मिता सेन और लारा दत्ता के बाद भारत की एक और बेटी को मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब मिला। 21 सालों बाद चंडीगढ़ की हरनाज कौर संधू ने देश को ये खुशी दी। वह भारत की तीसरी महिला हैं, जिनको यह खिताब मिला है।
सीडीएस बिपिन रावत का निधन
साल के आखिरी महीने की शुरुआत में भारत के लिए दुख की घड़ी आई, जब वायुसेना का एमआई 17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। जब ये हादसा हुआ तो सेना के सबसे बड़े अधिकारी सीडीएस जनरल बिपिन रावत, अपनी पत्नी के साथ हेलीकॉप्टर में मौजूद थे। कुल 14 लोग हेलीकॉप्टर में थे, जिसमें सेना के कई बड़े अफसर शामिल थे। सभी को इस हादसे में देश ने खो दिया।
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