शिवपुरी। कलेक्ट्रेट कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक पीड़ित महिला ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। ये देखकर सभी अफसर सन्न रह गए। डिप्टी कलेक्टर और अन्य अधिकारियों ने उसे रोक और समझाया। साथ ही कलेक्टर ने पीड़ित के मामले में जांच करने का आश्वासन दिया है।
महिला को आग लगाने से रोका
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मंगलवार कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई चल रही थी। इसमें सुखनबाई नामक महिला पहुंची। उसने अपने साथ लाई बोतल निकाली और खुद पर उड़ेल ली। जैसे ही लोगों ने सुखनबाई को पेट्रोल डालते देखा तो डर गए। वहीं मौके पर मौजूद डिप्टी कलेक्टर और अन्य अधिकारियों ने महिला को आग लगाने से पहले ही पकड़ लिया। कलेक्टर को सुखनबाई ने बताया कि घर के जमीन के विवाद में उसकी एवं उसके पति की सुनवाई नहीं की गई। बल्कि, पति को ही जेल भेज दिया गया।
कलेक्टर ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
खनियांधाना तहसील क्षेत्र के हसर्रा गांव के रहने वाले सिरनाम लोधी पिछले 10 वर्षों से अपनी जमीन को लेकर परेशान हैं। वह कलेक्टर और अन्य अधिकारियों से गुहार लगाकर थक चुके हैं। मंगलवार को फिर सिरनाम लोधी अपने परिवार के साथ शिवपुरी जनसुनवाई में पहुंचा था। शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने सुखन बाई को समझाया। साथ ही आश्वासन दिया कि मामले में जांच कराई जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।
भोपाल कलेक्ट्रेट पर महिलाओं का प्रदर्शन
भोपाल जिले के बैरसिया स्थित ग्राम दिल्लोद के ग्रामीण पिछले तीन महीने से राशन दुकानों से राशन नहीं मिलने के कारण परेशान हैं। मंगलवार को ग्रामीण सरपंच के नेतृत्व में जनसुनवाई के दौरान कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन किया। महिलाओं का कहना है कि सरकार जब हमें राशन मुहैया करा रही है तो यह राशन आखिर जा कहां रहा है।
दिल्लोद के सरपंच बृजकिशोर नागर पीपुल्स अपडेट से बात करते हुए कहा कि तीन महीने से राशन नहीं मिलने के कारण हरिजन, आदिवासी परिवार परेशान हैं। हमने इस संबंध में बैसरिया एसडीएम के साथ ही कलेक्टर को भी मामले की जानकारी दी है। लेकिन उसके बाद भी समस्या का हल नहीं हुआ। आखिरकार हमें यहां आना पड़ा। इस संबंध में पूछे जाने पर जिला खाद्य अधिकारी मीना मालाकार ने कहा कि हम आज ही उचित कार्यवाही करेंगे।