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पिता और बेटियों के रिश्ते को नए नजरिए से बताती कहानी पर बना शो

‘आंगन अपनों का’ टीवी शो के प्रमोशन के लिए भोपाल आए एक्टर महेश ठाकुर, आयुषी, नीता और अदिति

आम धारणा है कि बेटी पराया धन होती है और समय आने पर बाबुल के आंगन को सूना कर उड़ जाती है। सोनी सब टीवी पर आ रहा शो ‘आंगन अपनों का’ इस सोच से इतर ऐसी बेटी की कहानी है जो मानती है कि मैं पत्नी बनने के लिए बेटी जिम्मेदारी नहीं छोड़ सकती। टीवी और बॉलीवुड के जाने- माने एक्टर महेश ठाकुर, अदिति राठौड़, नीता शेट्टी और आयुषी खुराना ने इस शो के बारे में आईएम भोपाल से बातचीत की।

अमेरिका से दादी के लिए मुंबई आया था

महेश ठाकुर शो में पिता जयदेव शर्मा की भूमिका में है। वे कहते हैं, मुझे लगता है ऐसा पहली बार है जब एक पिता अपनी तीन बेटियों के साथ शो को लीड कर रहा है। महेश कहते हैं, मैं अमेरिका में पापा के साथ काम भी कर रहा था और एमबीए की पढ़ाई भी। तभी मेरी दादी के बीमार होने की खबर आई। मैं उनके पास रहने तीन-चार महीने के लिए मुंबई आया। यहां चीजें ऐसी होती गई कि सबसे पहले एक एड फिल्म की फिर कुछ प्रोजेक्ट और फिर फिल्म-टेलीविजन सब मिलता रहा। मैं पहला एक्टर हूं जिसने यह ट्रेंड सेट किया कि मुझे फिल्म करने के बाद भी टीवी भी करना है, थिएटर भी एड भी, मतलब जो भी काम अच्छा आया मैंने किया।

बुरहानपुर से गई मुंबई और फिर वापस लौटी

शो में छोटी बेटी का किरदार निभा रहीं आयुषी खुराना कहती हैं, मैं मप्र के बुरहानपुर से हूं। एक्टिंग के बारे में कुछ नहीं जानती थी, लेकिन मुंबई पहुंच गई। कुछ ही समय में लगने लगा कि मैं यहां काम नहीं कर पाऊंगी। कुछ बेहूदे ऑफर भी मिले। तब वापस लौट गई और पढ़ाई पर फोकस किया। साथ ही एक्टिंग स्किल्स और सही लोगों तक अप्रोच के लिए कोशिश की। धीरे-धीरे आगे बढ़ी और अब खुश हूं कि अच्छा काम कर पा रही हूं। जब मैंने इस किरदार के बारे में सुना तो मैं तुरंत जुड़ गई। मुझे अहसास हुआ कि यह सच है। मैं यह सोचने लगती हूं कि पापा तो फिर भी जॉब में बिजी रहेंगे, लेकिन मम्मी अकेली रह जाएंगी।

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