
गांधी नगर स्थित बरखेड़ा बोन्दर के शासकीय हाई स्कूल में नाटक ‘मेरी कहानी’ का मंचन किया गया। भूमिका नाट्य संस्था द्वारा मंचित इस नाटक में मुंशी प्रेमचंद के जीवन की विशेष घटनाओं एवं कहानियों को दिखाया गया। इसमें प्रेमचंद के जीवन के कई किस्सों को रेखांकित किया। नाटक का निर्देशन एवं परिकल्पना वरिष्ठ रंगकर्मी गोपाल दुबे ने किया। नाटक में बताया गया कि प्रेमचंद्र एक माली के समान पौधा लगाते हैं उसी बीच एक अतिथि चुन्नू लाल बरभासिया आकर उन्हें माली समझ लेते है और कहते हैं कि हमको प्रेमचंद से मिलना है आप बुलाकर लाइए, इस बीच प्रेमचंद एक कुर्ता पहन कर आते हैं और कहते हैं कि मैं ही हूं प्रेमचंद। नाटक के मंचन के दौरान बड़ी संख्या में स्कूल के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
परेशानियों में बीता प्रेमचंद का जीवन
नाटक में बताया कि मुंशी प्रेमचंद का जीवन बहुत ही परेशानियों में बीता। इसलिए उनकी कहानियां एवं उनके पात्र भी उन्हीं की तरह होते हैं, उनकी कहानियों में उनके जीवन की झलक साफ दिखती है। कैसे उनका नाम धनपतराय से मुंशी प्रेमचंद पढ़ा, कम उम्र में उनकी शादी होना उनके पिता का देहांत एवं उनकी सौतेली मां का उनके साथ बर्ताव कैसा था। यह सब नाटक के माध्यम से भूमिका नाट्य संस्था के कलाकारों ने पेश किया।