
जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग को देखते हुए प्रशासन ने कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के लिए एक अहम कदम उठाया गया है। कश्मीरी पंडित समुदाय से आने वाले 177 टीचर्स का ट्रांसफर घाटी से बाहर कर दिया है। श्रीनगर स्थित चीफ एजुकेशन ऑफिसर की ओर से जारी एक पत्र में इसकी जानकारी दी गई है। सभी को कश्मीर के जिला मुख्यालयों में पोस्टिंग दी गई है। यह आदेश गृहमंत्री अमित शाह की हाई लेवल मीटिंग के एक दिन बाद आया है।
महिला शिक्षक की हत्या के बाद से उठी मांग
कश्मीरी पंडितों की हत्या को लेकर इन दिनों लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। हाल ही में आतंकियों ने बैंक में घुसकर एक राजस्थान के रहने वाले युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे पहले कुलगाम जिले के एक स्कूल में आतंकवादियों ने शिक्षक रजनी बाला को मार दिया था। इसके बाद से ही कश्मीरी पंडित जम्मू में ट्रांसफर किए जाने की मांग कर रहे थे, जिससे लगातार हो रही टारगेट किलिंग पर रोक लगे।
गृह मंत्री ने बुलाई थी हाई लेवल मीटिंग
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को एक हाई लेवल मीटिंग की थी। इसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अलावा NSA डोभाल, जम्मू-कश्मीर के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस दिलबाग सिंह, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक कुलदीप सिंह और सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख पंकज सिंह भी मौजूद थे।
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इन 3 घटनाओं से दहले कश्मीरी पंडित
- 2 जून को आतंकियों ने कुलगाम में एक बैंक मैनेजर विजय कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी। वह हनुमानगढ़ राजस्थान के रहने वाला था और कुलगाम के मोहनपोरा में देहाती बैंक में तैनात था। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
- 31 मई को कुलगाम में आतंकियों ने महिला टीचर रजनी बाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह सांबा की रहने वाली थीं और गोपालपोरा हाई स्कूल में टीचर थीं।
- 12 मई को जम्मू कश्मीर के बडगाम में आतंकियों ने राजस्व विभाग के एक अधिकारी को गोली मारी, जिससे उनकी मौत हो गई।तहसील ऑफिस में घुसकर आतंकियों ने राहुल भट्ट नाम के अधिकारी को निशाना बनाया। कश्मीरी पंडित राहुल लंबे समय से राजस्व विभाग में काम कर रहे थे।