
भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में बेरोजगार युवाओं के लिए मुख्यमंत्री सीखा-कमाओं योजना को मंजूरी मिल गई। आईटीआई से लेकर हायर एजुकेशन कंप्लीट कर चुके युवाओं को प्रशिक्षण के दौरान मिलेंगे 8 से 10 हजार रुपए प्रति माह स्टाइपेंड दिया जाएगा। सीएम शिवराज ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि, बेरोजगारी भत्ता देना बेईमानी है। इसलिए हम बैसाखी नहीं बल्कि उड़ने के लिए पंख दे रहे हैं।
युवाओं सीखने और पैसा कमाने का मिलेगा मौका
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, आज मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि मध्य प्रदेश सरकार, भारतीय जनता पार्टी की सरकार युवाओं के लिए, युवाओं के हित में नई योजना लांच कर रही है जिसका नाम है मुख्यमंत्री सीखो- कमाओ योजना। यह योजना युवाओं को नए अवसर के साथ अपने मनमाफिक काम सीखने मौका देगी और हर महीने पैसा भी मिलेगा।
बेरोजगारी भत्ता देना समस्या का समाधान नहीं : सीएम शिवराज
मध्यप्रदेश में समाजिक बदलाव की क्रांति हो रही है जिसमें युवाओं की भागीदारी प्रमुख है। हम अपने प्रदेश के युवाओं को रोजगार भी दे रहे हैं और उन्हें स्वरोजगार के जोड़ने के हर संभव प्रयास भी कर रहे हैं। युवाओं में हुनर की कमी नहीं है केवल उन्हें एक दिशा देने की जरूरत है। हम बच्चों को स्किल्ड करेंगे उनके हाथों में कौशल देंगे फिर हम उसको काम सिखाने के बदले में पैसा देंगे। केवल बेरोजगारी भत्ता देना समस्या का समाधान नहीं है, हमें लगता है बेरोजगारी भत्ता देने जैसे कार्य युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है।
#भोपाल : #शिवराज_कैबिनेट में बेरोजगार बेटे-बेटियों के लिए 'मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना' को मिली मंजूरी। काम सीखने के दौरान प्रतिमाह दिए जाएंगे 8 से 10 हजार रुपए। सीएम #शिवराज_सिंह_चौहान ने कहा- बेरोजगारी भत्ता देना बेईमानी है। इसलिए हम बैसाखी नहीं बल्कि उड़ने के लिए पंख दे रहे… pic.twitter.com/2gbHyXPSD4
— Peoples Samachar (@psamachar1) May 17, 2023
मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना के बारे में-
- मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में 18 से लेकर 29 वर्ष तक के मध्य प्रदेश के निवासी युवा भाग ले सकेंगे।
- इस योजना में 12वीं या आईटीआई पास अथवा उच्च शिक्षित युवा भी लाभान्वित हो सकेंगे।
- योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग के दौरान 5 वीं से 12 उत्तीर्ण युवाओं को 8000, आईटीआई पास को 8500, डिप्लोमा धारी को 9000, और स्नातक अथवा उच्च शिक्षित युवाओं को 10 हजार रुपए स्टाइपेंड के रूप में प्रतिमाह प्रतिमाह दिया जाएगा।
- योजना के माध्यम से इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, मैनेजमेंट एवं मार्केटिंग क्षेत्र, सेवा क्षेत्र होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म और ट्रैवल अस्पताल, रेलवे, आईटी और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट क्षेत्र , उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण आदि।
- ऐसे क्षेत्र जिनमें प्रशिक्षण उपरांत छात्र- प्रशिक्षणार्थी गिग इकोनोमी एवं ब्लू कॉलर जॉब्स हेतु उपयुक्त होंगे।
- प्रतिमाह निर्धारित स्टाइपेंड का 75% राज्य शासन की ओर से छात्र- प्रशिक्षणार्थी को DBT के माध्यम से भुगतान किया जाएगा।
- प्रतिष्ठान को निर्धारित न्यूनतम स्टाइपेंड की 25% राशि छात्र- प्रशिक्षणार्थी के बैंक खाते में जमा करना होगी। प्रतिष्ठान निर्धारित राशि से अधिक स्टाइपेंड देने के लिए स्वतंत्र होगा।
इंडस्ट्री वर्कशॉप
- 22 मई से 6 जून 2023 – मध्यप्रदेश एवं प्रमुख आईटी/औद्योगिक केंद्रों (पुणे, बैंगलोर, आदि) में |
- 1 जून से 14 जून 2023 – संभागीय कार्यशालाएं।
मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना कब से लागू होगी
- 07 जून 2023 से प्रतिष्ठानों के पंजीयन का कार्य प्रारंभ होगा।
- 15 जून 2023 से युवाओं के पंजीयन का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
- 15 जुलाई 2023 से मार्केट प्लेस प्रारंभ एवं युवाओं का आवेदन लेना प्रारंभ होगा।
- 31 जुलाई से युवा प्रतिष्ठानों-मध्यप्रदेश शासन के मध्य अनुबंध हस्ताक्षर (अनलाइन) प्रारंभ होंगे।
- 1 अगस्त से 2023 से युवाओं की उपस्थिति शुरू हो जाएगी।
- 31 अगस्थ 2023 से प्रशिक्षण प्रारंभ होने के 1 माह बाद युवाओं को राशि वितरण कर देंगे।