ताजा खबरभोपालमध्य प्रदेश

बडे मार्जिन से और लगातार जीतने वाले कर रहे मंत्री पद की दावेदारी

भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत के बाद तेज हुई कवायद, बुंदेलखंड, मालवा-निमाड़ और विंध्य से दावेदारों की संख्या ज्यादा

भोपाल। मप्र विस चुनाव में शिवराज मंत्रिमंडल के 12 मंत्री हार गए हैं। इनका स्थान लेने के लिए निर्वाचित विधायक उम्मीद लगा रहे हैं। पिछले चुनाव में विंध्य ने 30 में 24 विधायक भाजपा की झोली में डाले थे लेकिन मंत्रिमंडल में सम्मानजनक स्थान नहीं मिला था। इस बार भी यहां से 25 विधायक हैं। बुंदेलखंड में भाजपा का अच्छा परफॉर्मेंस होने से जातीय और क्षेत्रीय आधार पर संभावना जताई जा रही है। मालवा-निमाड़ भी मंत्री मिलने के दौड़ में आगे है।

इंदौर में 6 दावेदार, उज्जैन सोनकच्छ से भी दावेदारी

मालवा-निवाड़ ने 66 में 47 सीटें भाजपा को दी है। इंदौर में ही 6 मंत्री पद के दावेदार हैं, जिसमें तुलसी सिलावट, उषा ठाकुर, महेंद्र हार्डिया, रमेश मेंदोला और मालिनी गौड़। कैलाश विजयवर्गीय भी जीते हैं। वहीं सोनकच्छ से राजेश सोनकर ने भी दावेदारी मजबूत की है। जावद से ओमप्रकाश सकलेचा, उज्जैन दक्षिण से डॉ. मोहन यादव, बुरहानपुर से अर्चना चिटनिस के अलावा हरसूद से विजय शाह की मजबूत दावेदारी मानी जा रही है।

भोपाल मध्य: सारंग के अलावा 12 की दावेदारी

भोपाल, नर्मदापुरम संभाग से दो दर्जन नाम सामने आ रहे हैं। विश्वास सारंग का नाम लगभग तय है। बैतूल से हेमंत खंडेलवाल, होशंगागाद से ठाकुरदास नागवंशी और डॉ. सीतासरन शर्मा आदि दावेदार हैं। भोजपुर से सुरेन्द्र पटवा, सांची से डॉ. प्रभुराम चौधरी भी दावेदार हैं। विदिशा से जीते मुकेश टंडन के अलावा पूर्व राज्य मंत्री सूर्यप्रकाश मीणा, कृष्णा गौर, रामेश्वर शर्मा, मोहन शर्मा, सुदेश राय, करण सिंह वर्मा की दावेदारी भी बन रही है।

जबलपुर संभाग से जातीय आधार पर होगी दावेदारी

महाकोशल के नरसिंहपुर से जीते केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के नाम पर भी सवाल है।अजय विश्नोई, ईश्वर रोहाणी, राकेश सिंह और ओमप्रकाश धुर्वे के नामों पर भी क्षेत्रीय और जातीय आधार पर दावेदारी है।

विंध्य से राजेन्द्र शुक्ला, गिरीश गौतम दावेदार

विंध्य क्षेत्र से वर्तमान मंत्री राजेन्द्र शुक्ला को फिर मौका मिल सकता है। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम भी मंत्री बनाए जा सकते हैं।

ग्वालियर-चंबल अंचल से टॉप-5 विधायक हैं दावेदार

दिमनी से जीते केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को मंत्रिमंडल में शामिल करने को लेकर असमंजस है। जबकि ग्वालियर से जीते मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को सिंधिया खेमे से लेने की पूरी संभावना है। इसी अंचल से ग्वालियर साउथ के नारायण सिंह कुशवाहा, मेहगांव (भिंड) से राकेश शुक्ला, सुमावली (मुरैना) एंदल सिंह कंसाना की दावेदारी मानी जा रही है। सबलगढ़ से पहली बार विधायक बनीं सरला रावत महिला विधायक के नाते दावेदार हो सकती है।

बुंदेलखंड में 9 विधायक मंत्री बनने की कतार में

बुंदेलखंड अंचल से वर्तमान मंत्री गोपाल भार्गव का कद और बढ़ जाएगा। शिवराज मंत्रिमंडल में नरोत्तम मिश्रा दूसरे स्थान पर थे, पर मिश्रा के चुनाव में पराजित होने से यह स्थान गोपाल भार्गव का मिलना लगभग तय है। सागर जिले के तीन मंत्रियों में भूपेन्द्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत फिर अपना स्थान बना सकते हैं। इनके अलावा टीकगमढ़ जिले के जतारा से जीते हरिशंकर खटीक की उम्मीद बढ़ गई है। वे राज्य मंत्री रह चुके हैं।

संबंधित खबरें...

Back to top button