
मोतीनगर थाना क्षेत्र के खुरई रोड स्थित कृषि उपज मंडी के पास निर्माणाधीन मकान की छत शुक्रवार रात अचानक ढह गई। मकान के मलबे में 3 मजदूर दब गए। जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। जहां इलाज के दौरान एक की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते कलेक्टर दीपक आर्य और एसपी तरुण नायक भी मौके पर पहुंचे।
मलबे में दबे मजदूरों को निकाला
जानकारी के मुताबिक, मंडी के पास मकान की छत की ढलाई का काम चल रहा था। जिसमें 30 मजदूर कार्य कर रहे थे। इनमें से छत के ऊपर 16 मजदूर और नीचे पाइप साधने के लिए 3 मजदूर लगाए गए थे। छत पर वजन ज्यादा होने के कारण नीचे लगे पाइप खिसक गए और छत भरभराकर गिर गई। मलबे 3 मजदूर में दब गए, जिन्हें करीब 2 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद बाहर निकाला गया। जिसमें से एक मजदूर की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि गल्ला व्यापारी कमल विलानी के मकान का निर्माण कार्य चल रहा था।
कलेक्टर और एसपी ने कराया रेस्क्यू
आसपास के लोगों ने घटना की सूचना प्रशासन को दी। सूचना मिलते ही मोतीनगर थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। वहीं कलेक्टर दीपक आर्य व एसपी तरूण नायक अपनी टीम के सदस्यों के साथ मौके पर पहुंचे और जेसीबी की मदद से मटेरियल हटवाकर मजदूरों को बचाने का रेस्क्यू शुरू कराया गया।
हादसे का शिकार हुए ये मजूदर
घटना में घायल मजदूर दीपक पटेल (24) और मनोज पटेल (21) निवासी तिली गांव को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं कैलाश पटेल (20) निवासी गोपालगंज की उपचार के दौरान मौत हो गई। कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। दो मजदूरों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मामले की जांच कराई जा रही है।
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