जबलपुरमध्य प्रदेश

Jabalpur news : 1000 पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों को डॉक्टरों ने दिया सीपीआर तकनीक का प्रशिक्षण

जबलपुर। पुलिस लाइन में शनिवार को पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन (CPR) का प्रशिक्षण दिया गया। इसमें बताया गया कि कार्डियक अरेस्ट में कैसे सीपीआर देकर लोंगों की जान बचाई जा सकती है और कैसे मरीज को कार्डियक अरेस्ट से निकाला जा सकता है। डॉक्टरों ने बताया कि हार्ट अटैक पहले की दिक्कतों की वजह से होता है। जैसे कोई लंबे समय से ब्लड प्रेशर का मरीज है और उसकी दवा ले रहा है। या वह पहले से हृदय रोग व दूसरी जटिल बीमारी से ग्रस्त है।

कैसे होता है कार्डियक अरेस्ट

कार्डियक अरेस्ट अचानक होता है। यह खाते समय गले मे कोई चीज फंस जाने या दूसरे कई अज्ञात कारणों से हो सकता है। कार्डियक अरेस्ट होने पर सांस रुक जाती है। इससे हृदय, ब्रेन, किडनी, लिवर, इत्यादि अंगों में ऑक्सीजन व रक्त की सप्लाई बाधित होने लगती है। यदि लगातार 3 से 5 मिनट तक खासकर ब्रेन को ऑक्सीजन नहीं पहुंची तो ब्रेन डेड हो सकता है। ऐसे में यदि कार्डियक अरेस्ट होने पर मरीज बाद में बच भी जाए तो उसके अंग काम नहीं करते हैं। इसलिए ब्रेन को बचाने के लिए तुरंत सीपीआर देना जरूरी होता है। इससे ब्रेन, हार्ट सहित अन्य अंगो को ऑक्सीजन की सप्लाई दोबारा शुरू हो जाती है और मरीज को अस्पताल पहुंचाने तक का मौका मिल जाता है।

सीपीआर देने का तरीका

जब व्यक्ति खाते, चलते, बोलते व अन्य कोई काम करते करते अचानक अपनी जगह पर गिर जाता है तो उसकी धडकनें खामोश होने लगती हैं। शरीर को चलाने वाले महत्वूपर्ण अंगों में ऑक्सीजन की प्लाई बाधित होने से मल्टी आर्गन फेल्योर का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में मरीज को तुरंत समतल सतह पर लिटाकर 100 से 120 बार उसके सीने पर दोनों हाथों से कम्प्रेस (दबाव) डाला जाता है। हर 30 कम्प्रेस पर मरीज के मुंह में अपने मुंह से सांस दी जाती है। इससे खमोश हुई धडकनें फिर चल पडती हैं और सभी ऑर्गन्स को आक्सीजन पहुंचने लगती है, ब्रेन डेड होने का खतरा भी टल जाता है।

अधिकारियों ने ये कहा

एसपी जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा ने कहा कि सीपीआर तकनीक बहुत उपयोगी है। इसके बारे में ज्ञान होना बहुत जरूरी है। जब भी कोई घटना होती है तो सबसे पहले पुलिस मौके पर पहुंचती है। सीपीआर तकनीक का ज्ञान होने पर पुलिसकर्मी जान बचा सकते हैं। इसी उद्देश्य को लेकर मध्य प्रदेश के डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना की पहल पर आज पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को आपातकालीन परिस्थितियों में जीवन रक्षा उपायों से अवगत कराते हुए सीपीआर तकनीक का प्रशिक्षण दिया गया है।

ये लोग रहे शामिल

बडेरिया मैट्रो प्राइम अस्पताल के डॉ. अरविंद जैन, डॉ. सचिन रूसिया, एवं  मयूर तथा शैल्वी अस्पताल के डॉ. ओमप्रकाश नूतन, डॉ. संजय जैन द्वारा सीपीआर तकनीक का प्रशिक्षण देते हुए सीपीआर देने का तरीका  उपयोगिता एवं महत्ता के बारे में बताया गया। इस अवसर पर एएसपी संजय कुमार अग्रवाल, एएसपी सिटी प्रदीप कुमार शेण्डे, एएसपी शिवेश सिंह बघेल, एएसपी क्राइम समर वर्मा , नगर पुलिस अधीक्षक अधारताल प्रियंका करचाम, नगर पुलिस अधीक्षक रांझी एमपी प्रजापति, नगर पुलिस अधीक्षक गोरखपुर प्रतिष्ठा राठौर, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय तुषार सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अपूर्वा किलेदार, तथा समस्त थाना प्रभारी शहर एवं रक्षित निरीक्षक  सौरभ तिवारी तथा पुलिस लाईन एंव थानों में पदस्थ 700 अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

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