
इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज इंदौर पहुंचे, यहां वे खेल प्रशाल में सांस्कृतिक एवं नैतिक प्रशिक्षण संस्थान (IMCTF) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में महापुरुषों के वेश में पहुंचे स्कूली बच्चों की मुख्यमंत्री ने सराहना की।
सीएम ने कार्यक्रम में मौजूद बच्चों को महापुरुषों और क्रांतिकारियों के जीवन प्रसंग सुनाए। सीएम ने बच्चों से वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगवाते हुए देश और प्रदेश को बनाने में योगदान देने का संकल्प दिलाया।
सीएम ने बच्चों को दिलाया संकल्प
कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने बच्चों से वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगवाते हुए देश और प्रदेश को बनाने में योगदान देने का संकल्प दिलाया। मेरे बच्चों, आप आज संकल्प लीजिए कि देश के लिए जीएंगे। माता-पिता, गुरुजनों का सम्मान करेंगे। पर्यावरण बचाने के संकल्प में भी सहयोगी बनेंगे। देश सेवा करेंगे और आवश्यकता पड़ी तो सर्वस्व न्योछावर कर देंगे। सीएम ने बच्चों से कहा कि मैं रोज एक पेड़ लगाता हूं। उसके बिना मेरा दिन शुरू नहीं होता। मेरे बच्चों, आप सबसे आग्रह करता हूं कि अपने जन्मदिन और शुभ अवसर पर एक पौधा अवश्य लगाओ। ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए वृक्षों के प्रति आभार प्रकट करो।
सीएम ने बच्चों को सुनाए महापुरुषों के जीवन प्रसंग
सीएम ने कार्यक्रम में मौजूद बच्चों को संबोधित करते हुए महापुरुषों और क्रांतिकारियों के जीवन प्रसंग सुनाए। इनमें चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह के किस्से सुन बच्चों ने जमकर ताली बजाई। सीएम ने कहा कि क्रांतिकारी गाते थे कि- सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है। वीर सपूतों के त्याग और बलिदान के कारण हमारा देश आजाद हुआ।
सीएम ने कहा, सभी से प्रेम करों
सीएम शिवराज ने बच्चों से कहा कि सियाराम मय सब जग जानी! एक ही चेतना सब में है। मनुष्य के साथ सभी जीवों से भी हम प्रेम करें। केवल जीवों से नहीं, पौधे, पशु-पक्षियों, नदियों, पहाड़ों से भी प्रेम करो। सीएम ने कहा, देशभक्त, चरित्रवान, ईमानदार, मेहनती और कर्मठ नागरिक ही देश बनाते हैं। मेरे बच्चों, 5 हजार साल से अधिक का हमारे देश का ज्ञात इतिहास है। तथाकथित विकसित देशों में जब सभ्यता का उदय हो रहा था, तब हमारे यहां ऋचाएं रची जा रही थीं।

आजादी के मतवाले पुस्तक का लोकार्पण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 75 महापुरुषों के जीवन पर केंद्रित पुस्तक ‘आजादी के मतवाले’ का लोकार्पण किया। इस अवसर पर 75 बच्चों ने उन महापुरुषों की वेशभूषा में मंच पर आकर लोगों का स्नेह अर्जित किया।