
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने चक्रवात बिपरजॉय को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। आईएमडी वैज्ञानिकों ने कहा है कि चक्रवात अगले 12 घंटों में ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ बन जाएगा। बिपरजॉय तूफान का असर केरल और मुंबई में दिखने भी लगा है। 14 जून तक यह उत्तर की ओर और फिर सौराष्ट्र-कच्छ तट की ओर बढ़ेगा, जिसे यह 15 जून को दोपहर तक पार कर जाएगा।
15 जून को मचा सकता है तबाही!
बिपरजॉय के कारण 15 जून को गुजरात के कच्छ और पाकिस्तान के कराची के बीच भूस्खलन की आशंका है। इस दौरान 150 KMPH की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने गुजरात में येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दोपहर बिपरजॉय को लेकर समीक्षा बैठक की।
Cyclone Alert for Saurashtra and Kutch Coast: Orange Message. ESCS BIPARJOY lay at 1130IST today, about 420km SSW of Jakhau Port. To cross near Jakhau Port (Gujarat) by noon of 15th June as VSCS. @WMO @moesgoi @DDNewslive @airnewsalerts pic.twitter.com/dIhjJse1bZ
— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 12, 2023
फसलों को भी हो सकता है नुकसान
आईएमडी ने बिपरजॉय चक्रवात से 15 जून को सबसे ज्यादा खतरा बताया है। ऐसे में एडवाइजरी जारी कर सभी लोगों को घर के अंदर और सुरक्षित स्थान पर रहने के लिए कहा गया है। चक्रवात के आने से पेड़, बिजली के खंबे, सेलफोन टॉवर उखड़ सकते हैं। इसकी वजह से खड़ी फसलों का भी नुकसान होने की संभावना है।
बिपरजॉय क्या है?
अरब सागर में इस साल उठे पहले चक्रवात को ‘बिपरजॉय’ का नाम दिया गया है। यह चक्रवाती तूफान पिछले कुछ दिनों अरब सागर में रहने के बाद छह जून की देर रात तेज हो गया। इसके बाद इसे साइक्लोन ‘बिपरजॉय’ नाम दिया गया। ‘बिपरजॉय’ बांग्ला भाषा का शब्द है जिसका अर्थ होता है ‘आपदा’। इस खतरनाक होते तूफान को बांग्लादेश द्वारा ही बिपरजॉय नाम दिया गया है।
मुंबई में फ्लाइट पर असर
मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, मुंबई के तट पर तेज हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं, जिसके असर से समुद्र से ऊंची लहरें उठकर किनारे से टकराने लगी हैं। मुंबई में बीती रात से चल रही तेज हवाओं और बारिश की वजह एयरपोर्ट पर विमान सेवा प्रभावित हुई है। बीती रात से कई फ्लाइट या तो रद्द की गई हैं या डायवर्ट की गई हैं।
गुजरात के तट से लोगों को हटाना शुरू
चक्रवात की चेतावनी के बीच, गुजरात के कच्छ में अधिकारियों ने निचले इलाकों से लोगों को हटाकर अस्थायी आश्रयों में स्थानांतरित करना शुरू कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई जहाजों ने बंदरगाह छोड़ दिया है और कई प्रस्थान करने वाले हैं। बंदरगाह के अधिकारियों और जहाज मालिकों को भी सतर्क रहने को कहा गया है।