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राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए ‘नेताजी’, बेटे अखिलेश ने दी मुखाग्नि

मुलायम सिंह यादव मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। बेटे अखिलेश यादव ने सैफई के मेला ग्राउंड पर उन्हें मुखाग्नि दी। राजकीय सम्मान के साथ हुए अंतिम संस्कार में कई राज्यों के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री पहुंचे। बता दें कि, सोमवार सुबह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उनका निधन हो गया था।

 

सोमवार सुबह हुआ था निधन

मुलायम सिंह यादव ने सोमवार सुबह 82 साल की उम्र में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। 82 साल के मुलायम सिंह करीब 2 साल से ब्लड प्रेशर और यूरिन इन्फेक्शन जैसी बीमारियों से जूझ रहे थे।

नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़।

UP में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित

मुलायम के निधन पर UP सरकार ने राज्य में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। मुलायम सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा।

नेताजी के पार्थिव शरीर को उनके आवास पर रखा गया है।

पत्नी साधना गुप्ता का जुलाई में हुआ था निधन

इसी साल जुलाई में मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता का निधन हो गया था। फेफड़ों में संक्रमण के चलते उनका गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में इलाज के बाद निधन हुआ था। वे मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी थीं। उनकी पहली पत्नी मालती देवी का 2003 में निधन हो गया था।

नेताजी की एक झलक पाने के लिए छतों पर चढ़े लोग।

1939 में सैफई में हुआ था जन्म

55 साल से अधिक समय तक राजनीति में सक्रिय रहे मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई में हुआ था। वह 1967 में पहली बार यूपी के जसवंत नगर से विधायक निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंचे। वह आठ बार विधायक निर्वाचित हुए तो वहीं सात बार निर्वाचित होकर लोकसभा सांसद बने।

लोहिया आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले मुलायम सिंह यादव ने 4 अक्टूबर 1992 को लखनऊ में समाजवादी पार्टी बनाने की घोषणा की थी। मुलायम सिंह यादव को राजनीति के अखाड़े का पहलवान कहा जाता था। उन्होंने तीन बार उत्तर प्रदेश की कमान संभाली, वह देश के रक्षा मंत्री भी बने। 1996 में उन्हें यूनाइटेड फ्रंट गठबंधन की सरकार में रक्षा मंत्री बनने का भी अवसर मिला।

5 दशक का राजनीतिक करियर

  • 1967, 1974, 1977, 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996: 8 बार विधायक रहे।
  • 1977: उत्तर प्रदेश सरकार में सहकारी और पशुपालन मंत्री रहे। लोकदल उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष भी रहे।
  • 1980: जनता दल प्रदेश अध्यक्ष रहे।
  • 1982-85: विधानपरिषद के सदस्य रहे।
  • 1985-87: उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे।
  • 1989-91: उत्तर प्रदेश के सीएम रहे।
  • 1992: समाजवादी पार्टी का गठन किया।
  • 1993-95: उत्तर प्रदेश के सीएम रहे।
  • 1996: सांसद बने।
  • 1996-98: रक्षा मंत्री रहे।
  • 1998-99: दोबारा सांसद चुने गए।
  • 1999: तीसरी बार सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे और सदन में सपा के नेता बने।
  • अगस्त 2003 से मई 2007: उत्तर प्रदेश के सीएम बने।
  • 2004: चौथी बार लोकसभा सांसद बने।
  • 2007-2009: यूपी में विपक्ष के नेता रहे।
  • मई 2009: 5वीं बार सांसद बने।
  • 2014: 6वीं बार सांसद बने।
  • 2019 से 7वीं बार सांसद थे।

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