
ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में मिले शिवलिंग की पूजा करने से स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती श्रीविद्या को रोक दिया गया। जिसके बाद वे मठ के गेट पर अनशन पर बैठ गए, पुलिस ने उन्हें उनके मठ में नजरबंद कर दिया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि जब तक ज्ञानवापी में प्रकट हुए आदि विश्वेश्वर के शिवलिंग की पूजा नहीं करेंगे, तब तक अन्न-जल भी नहीं लेंगे।
श्री विद्यामठ क्षेत्र छावनी में तब्दील
दरअसल, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने घोषणा की थी कि वे ज्ञानवापी में 71 लोगों के साथ पहुंचेंगे और पूजा करेंगे। इसकी जानकारी मिलने के बाद वाराणसी पुलिस ने उन्हें ज्ञानवापी जाने की इजाजत नहीं दी। फिलहाल, पुलिस ने मठ को चारों ओर से घेर लिया है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने पूजा के लिए पुलिस कमिश्नरेट से इजाजत मांगी थी, जिसको खारिज कर दिया गया था। शुक्रवार शाम से कई थानों की पुलिस ने उनके श्री विद्यामठ के आसपास तगड़ी घेराबंदी कर रखी है।

16 मई से ही सील है वो स्थान
बता दें कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने ज्ञानवापी परिसर स्थित जिस स्थान पर जाकर पूजा-अर्चना की अनुमति मांगी थी, वह अदालत के आदेश से 16 मई से ही सील है। उस स्थान से संबंधित मुकदमा अदालत में विचाराधीन है।

प्रशासन के मुताबिक, ऐसे में वहां पर पूजा करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। ये भी स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर कोई प्रशासन के आदेश का पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
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अविमुक्तेश्वरानंद : क्या भगवान को भूखा रखा जाएगा ?
अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि पूजा मेरा अधिकार है, ज्ञानवापी में पूजा के बाद ही भोजन ग्रहण करूंगा। अविमुक्तेश्वरानंद ने अनुमति मांगी थी जिसे रद्द कर दिया गया था, वहीं शुक्रवार शाम को दोबारा अनुमति मांगी थी लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि जिस देश में करोड़ों हिंदू भक्त हों, क्या उस देश में भगवान को भूखा रखा जाएगा।