भोपालमध्य प्रदेश

फर्जी लोकायुक्त अधिकारी बनकर बैंक मैनेजर के घर पहुंचे तीन बदमाश, कहा- कुछ ले देकर मामला निपटा लो… सूझबूझ से पकड़ाए

विजय गौर, विदिशा/गंजबासौदा। शहर में फर्जी लोकायुक्त अधिकारियों पर देहात थाना पुलिस ने कार्रवाई की है। फर्जी अधिकारी एक निजी बैंक के प्रबंधक को कार्रवाई का डर दिखाने की कोशिश कर रहे थे तभी मैनेजर की सूझबूझ से उन्होंने अपने मित्रों के साथ उन्हें पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। घटना शुक्रवार देर शाम की है। गंजबासौदा देहात पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

फर्जी अधिकारी बोले- गिरफ्तारी हो सकती है

नागरिक बैंक के प्रबंधक हरिओम भावसार ने बताया कि शाम के समय बैंक बंद कर अपने घर पहुंचा था। तभी एक शख्स मेरे पास आया कहने लगा कि साहब कार में बैठे हैं आपसे चर्चा करना चाहते हैं। मैं कार के पास गया उस कार में 2 लोग और बैठे थे। उनमें से एक व्यक्ति ने अपने आप को डीएसपी लोकायुक्त योगेश खुरचानिया बताया। वह मुझसे कहने लगे कि आप की लोकायुक्त में आय से अधिक संपत्ति की शिकायत आई हैं। उस मामले में आपकी गिरफ्तारी हो सकती है। उसी मामले में चर्चा करने आए हैं, कुछ ले देकर मामला निपटा लो।

फर्जी अधिकारी भागने लगे, दो को पकड़ा

प्रबंधक भावसार ने उनसे कहा कि उस मामले में जांच हो चुकी है और उसके दस्तावेज बता सकता हूं। वे इधर-उधर की बातें करने लगे, उनकी बातों से कुछ शक हुआ। जैसे ही वहां मैनेजर के कुछ दोस्त आए और उनसे पूछताछ शुरू की तो वे फर्जी अधिकारी भागने लगे। तब दो लोगों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। मैनेजर ने बताया कि एक व्यक्ति मौके से भाग गया है।

बदमाशों के वाहन पर हाई कोर्ट लिखा हुआ था।

वाहन पर लिखा हुआ था हाई कोर्ट

इन लोगों के पास पिस्टल थी और ये लोग एक चार पहिया वाहन (क्रमांक एमपी 09 सीएम 0029) से आए थे, जिस पर हाई कोर्ट लिखा हुआ था। जिन दो लोगों को देहात थाने में सौंपा गया उनमें से एक ने अपना नाम रामेश्वर प्रसाद मालवीय तो दूसरे ने निकेत शर्मा बताया। इन दोनों ने पुलिस को बताया है कि हम दोनों डीएसपी योगेश खुरचानिया के साथ गंजबासौदा एक मामले की तामिल लेकर आए थे। पुलिस जांच में दोनों लोकायुक्त से नहीं थे इसके बाद हरिओम भावसार की शिकायत पर देर रात पुलिस ने रामेश्वर मालवीलय और निकेत शर्मा के खिलाफ 419, 384, 467 के तहत मामला दर्ज किया है।

प्रबंधक पर गबन का लग चुका है आरोप

जानकारी अनुसार हरिओम भावसार पर दो महीने पहले बैंक में राशि गबन करने के आरोप लगे थे। जिसमें लगभग 26 लाख रुपए की राशि का हेरफेर भावसार ने अपने खाते में किया था, लेकिन इस मामले में हरिओम भावसार ने सभी दस्तावेज पेश कर दिए और राशि भी लौटा दी थी। वहीं इस मामले की जानकारी मिलते ही ठगों ने भी उन्हें अपना शिकार बनाने की कोशिश की, लेकिन प्रबंधक की सूझबूझ से पकड़े गए।

पूछताछ जारी, तीसरा ठग फरार

वहीं एएसपी समीर यादव ने बताया कि दोनों ठग भोपाल के रहने वाले हैं। एक आरोपित रामेश्वर मालवीय उद्यानिकी विभाग में कर्मचारी है। वहीं निकेत शर्मा उसी कार का मालिक है जिससे वह गंजबासौदा आए थे। इन्होंने मैनेजर से पैसों की मांग की थी। इनके पास फर्जी दस्तावेज पाए गए हैं। आरोपितों ने लोकायुक्त डीएसपी योगेश खुरचानिया के नाम का उपयोग किया है। हालांकि इनमें तीसरा ठग अभी फरार है उसकी तलाश की जा रही है फिर उसकी पहचान हो सकेगी। वहीं इनसे आगे की पूछताछ कर और जानकारी ली जा रही है।

मध्य प्रदेश की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें…

संबंधित खबरें...

Back to top button