
नई दिल्ली। राजधानी में MCD के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के लिए छह सदस्यों का चुनाव टल गया। AAP और बीजेपी के पार्षदों के बीच जमकर हुए हंगामे के बाद सदन पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि मेयर चुनाव टल सकता है।
AAP पार्षदों ने मनोनीत सदस्यों को पहले शपथ ग्रहण कराने का विरोध जताते हुए जमकर हंगामा किया AAP के पार्षदों ने पीठासीन अधिकारी का घेराव किया और धक्का-मुक्की की। इस दौरान आप और बीजेपी पार्षदों में झड़प देखने को मिली।
आज चार नामित सदस्यों ने शपथ ग्रहण की
भाजपा और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के हंगामे के बीच आज केवल चार नामित सदस्यों ने शपथ ग्रहण की, बाकी सदस्य सदन की अगली बैठक में शपथ लेंगे।
आप के पार्षदों की गुंडागर्दी शुरू: मनोज तिवारी
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने सदन में हंगामे को लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”49 से 134 होते ही आप के पार्षदों ने शुरू की गुंडागर्दी। धक्के मारना, लड़ना झगड़ना, कानून को ना मानना ये ही सच है इस गुंडा पार्टी का। केजरीवाल खुद अपने घर बुला कर अफ़सर और नेतायो को धमकाते और पिटवाते हैं तो उनके चेलों से और क्या उम्मीद कर सकते हैं।”
मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर साधा निशाना
एमसीडी मेयर चुनाव में हंगामे पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि, MCD में अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए और कितना गिरोगे भाजपा वालों! चुनाव टाले, पीठासीन अधिकारी की गैरकानूनी नियुक्ति, मनोनीत पार्षदों की गैरकानूनी नियुक्ति, और अब जनता के चुने पार्षदों को शपथ न दिलवाना. अगर जनता के फैसले का सम्मान नहीं कर सकते तो फिर चुनाव ही किसलिए?
क्यों हुआ सदन में हंगामा?
मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाने के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सदन में हंगामा किया। आम आदमी पार्टी के पार्षदों का कहना है कि, मनोनीत पार्षद गैरकानूनी तरीके से सदन में भेजे गए हैं उनको शपथ नहीं दिलाई जानी चाहिए। उनका कहना है कि पहले चुन कर आए पार्षदों का शपथ क्यों नहीं हुआ? वहीं भाजपा पार्षदों ने दिल्ली सरकार और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी की।
सदन में आप और बीजेपी पार्षदों के बीच जमकर हंगामा हुआ। पार्टियों के पार्षदों में धक्का मुक्की भी हुई यहां तक कि कुर्सियां भी चलीं। बता दें कि, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने 10 बीजेपी पार्षदों को मनोनीत किया है।
AAP के पास बहुमत
दिल्ली में 6 जनवरी को MCD के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समति के लिए छह सदस्यों का चुनाव होना है। पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी ने पार्षद शैली ओबेरॉय को मेयर प्रत्याशी बनाया है, जबकि भाजपा की ओर से रेखा गुप्ता मैदान में हैं। इस बीच कांग्रेस ने मेयर चुनाव में शामिल नहीं होने का फैसला किया है।
एमसीडी चुनाव में सिर्फ 250 पार्षद ही वोट नहीं करेंगे। इनके साथ ही दिल्ली के 7 लोकसभा सांसद, 14 विधायक और 3 राज्यसभा सांसद भी मेयर चुनाव के लिए वोट करेंगे। मेयर के चुनाव में कुल 273 मेंबर्स वोट डालेंगे। बहुमत के लिए 133 का आंकड़ा चाहिए। AAP के पास 150 तो BJP के पास 113 वोट हैं।
मेयर पद के उम्मीदवार
- रेखा गुप्ता (बीजेपी)
- शैली ओबेरॉय (AAP)
डिप्टी मेयर के उम्मीदवार
- कमल बागड़ी (बीजेपी)
- आले मोहम्मद इकबाल (AAP)
स्टैंडिंग कमेटी (6 सीटों पर सात उम्मीदवार)
- कमलजीत शेहरावत, गजेन्द्र दराल और पंकज लूथरा (बीजेपी)
- आमिल मलिक, रमिंदर कौर, मोहिनी जीनवाल और सारिका चौधरी (AAP)
3 रंग के बैलेट पेपर का होगा इस्तेमाल
आज होने वाले चुनाव के लिए तीन तरह के बैलट बॉक्स होंगे। सफेद रंग का बैलट बॉक्स मेयर के लिए, हरे रंग का डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के चुने जाने वाले 6 मेंबर्स के लिए पिंक कलर का बैलट बॉक्स होगा। अधिकारियों के मुताबिक, कोई भी वोटर कन्फ्यूज न हो इसलिए अलग-अलग पद के लिए अलग-अलग रंगों के बैलट बॉक्स बनाए गए हैं।
कांग्रेस ने चुनाव से बनाई दूरी
कांग्रेस ने एमसीडी चुनाव में हिस्सा लेने से मना कर दिया है। कांग्रेस के मुताबिक, उनकी पार्टी के पार्षद न आम आदमी पार्टी को समर्थन देंगे और न बीजेपी को। बता दें कि, एमसीडी चुनाव में कांग्रेस ने महज 9 सीटें ही जीती थीं।
आप ने जीती हैं दिल्ली की 134 सीटें
दिल्ली एमसीडी चुनावों के नतीजे 7 दिसंबर को सामने आए थे। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP)ने दिल्ली नगर निगम (MCD) की 250 में से 134 सीटों पर जीत हासिल की थी। इससे पहले भाजपा लगातार 15 साल तक एमसीडी की सत्ता में थी। आम आदमी पार्टी की जीत से भाजपा के 15 साल के शासन पर विराम लग गया है।