
वाशिंगटन। रिपब्लिकन्स ने सीनेट में एक अहम बजट ब्लूप्रिंट को पास कर दिया है, जिसमें मेडिकेड और ऐसे ही अन्य सामाजिक सहायता कार्यक्रमों के बजट में कटौती की गई है। यह कटौती मुख्य रूप से अमीरों के लिए प्रस्तावित टैक्स छूट को वित्तपोषित करने की गई है। यह फैसला तब लिया गया, जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संशयग्रस्त रिपब्लिकन सदस्यों पर दबाव डाला और हाउस स्पीकर माइक जॉनसन के प्रयासों से अंतिम समय में वोट उनके पक्ष में आ गया। प्रस्ताव के खिलाफ केवल एक रिपब्लिकन केंटकी प्रतिनिधि थॉमस मैसी ने वोट किया, जबकि सभी डेमोक्रेट्स ने इसका विरोध किया। बजट प्रस्ताव में मेडिकेड में 880 अरब डॉलर और खाद्य सहायता कार्यक्रम (एसएनएपी) के बजट में 230 अरब डॉलर की कटौती की बात कही गई है।
हाउस बजट कमेटी के शीर्ष डेमोक्रेट प्रतिनिधि ब्रेंडन बॉयल ने कहा बजट मध्यवर्ग के साथ विश्वासघात है। यह योजना लाखों मेहनतकश अमेरिकियों की पीड़ा बढ़ाएगी, क्योंकि मेडिकेड और अफोर्डेबल केयर एक्ट में कटौती केवल अरबपतियों को कर छूट देने के लिए की जा रही है। यह बजट प्रस्ताव पहला कदम है, क्योंकि हाउस रिपब्लिकन्स अब ट्रंप के एजेंडे को लागू करने ‘रिकन्सिलिएशन बिल’ लाने की तैयारी में हैं। हालांकि, यह योजना सीनेट रिपब्लिकन्स के प्रस्ताव से भिन्न है, जो केवल सीमा सुरक्षा और रक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और टैक्स कानूनों में बदलाव को साल के अंत तक टाल रहे हैं।
कमेटी देगी कानूनों में बदलाव का निर्देश
असल में यह प्रस्ताव हाउस एनर्जी एंड कॉमर्स कमेटी को कानूनों में बदलाव करने का निर्देश देता है, ताकि अगले दस सालों में घाटे को 880 अरब डॉलर तक कम किया जा सके। यह कमेटी मेडिकेड के मामलों को देखती है और रिपब्लिकन नेताओं ने पहले भी सार्वजनिक और निजी चर्चाओं में इस कार्यक्रम में कटौती करने की बात की है। यहां तक कि रिपब्लिकन नेताओं ने डेमोक्रेट्स द्वारा लाए गए उन संशोधनों को भी खारिज कर दिया, जो मेडिकेड और एसएनएपी में कटौती को रोकने के लिए लाए गए थे।
आलोचक बोले- वोटर्स की मांगों को किया अनदेखा
आलोचकों का कहना है कि हाउस रिपब्लिकन्स ने अपने मतदाताओं की मांगों को नजरअंदाज करते हुए अमीर दानदाताओं और पार्टी नेतृत्व के दबाव में आकर यह कठोर बजट पारित किया। अमेरिकन्स फॉर टैक्स फेयरनेस के कार्यकारी निदेशक डेविड कास ने कहा यह केवल एक प्रक्रियात्मक वोट नहीं था, बल्कि इसके गंभीर परिणाम होंगे। इस बजट बिल के कारण लाखों मध्यम और निम्न वर्ग के अमेरिकियों से स्वास्थ्य सेवा, पोषण सहायता और शिक्षा कार्यक्रम छीन लिए जाएंगे, ताकि ट्रंप के प्रस्तावित 5 ट्रिलियन डॉलर के टैक्स में छूट को पूरा किया जा सके।
राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को पूरा करने में विफल रहे
सेंटर ऑन बजट एंड पॉलिसी प्रायोरिटीज की अध्यक्ष शेरोन पैरोट ने कहा कि हाउस और सीनेट दोनों के बजट प्रस्ताव राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को पूरा करने में विफल रहे हैं, क्योंकि वे भविष्य के आर्थिक जोखिमों को कम करने के बजाय अमीरों को लाभ पहुंचाने पर केंद्रित हैं। इस घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि रिपब्लिकन पार्टी की प्राथमिकताएं किसके पक्ष में हैं। मेडिकेड और एसएनएपी में की जा रही कटौतियां न केवल आर्थिक असमानता को और गहरा करेंगी, बल्कि लाखों जरूरतमंद अमेरिकियों की सहायता प्रणाली को भी कमजोर करेंगी।
मेडिकेड को खत्म करने वोटिंग की गई : प्रमिला जयपाल
डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमिला जयपाल ने कहा कि 99 फीसदी हाउस रिपब्लिकन्स ने मेडिकेड को खत्म करने के लिए मतदान किया, ताकि सबसे धनी 1 फीसदी लोगों के लिए टैक्स कम किए जा सकें। इस फैसले की आलोचना इसलिए भी हो रही है, क्योंकि रिपब्लिकन नेताओं ने जनता को यह समझाने की कोशिश की कि बजट प्रस्ताव में सीधे तौर पर मेडिकेड या एसएनएपी का जिक्र नहीं किया गया है।